देहरादून: पिछले साल देश की सर्वोच्च अदालत ने समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से हटा दिया था. धारा 377 को खत्म हुए एक साल हो गये हैं. जिसे देखते हुए देहरादून के परेड ग्राउंड में सैकड़ों समलैंगिकों ने एक रैली निकाली. ढोल, नगाड़ों की थाप पर थिरकते समलैंगिकों की रैली परेड ग्राउंड से आरंभ होकर कनक चौक, एश्ले हॉल तिराहा, राजपुर रोड, बहल चौक से होते हुए तिब्बती मार्केट पहुंची. इस दौरना रंग-बिरंगे परिधानों और चेहरे पर मुखौटे और चश्मे लगाए समलैंगिकों ने अपनी खुशी का इजहार किया.
एलजीबीटीक्यू (लेस्बियन, गे, बाय-सेक्शुअल्स, ट्रांसजेंडर्स और क्वीर) के सदस्यों ने कहा कि 6 सितंबर 2018 को धारा 377 को समाप्त किया गया था, जिसके उपलक्ष में वे ये रैली निकाल रहे हैं. समलैंगिकों की इस रैली में अन्य राज्यों से आये लोगों ने भी हिस्सा लिया. एलजीबीटीक्यू के सदस्यों ने कहा कि इस रैली के माध्यम से वे ये संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी 18 सालों की लंबी लड़ाई खत्म हो गई है. इस रैली को प्राइड रैली का नाम देते हुए कहा गया कि ये लोगों को जागरूक करने के लिए निकाली जा रही है. एलजीबीटीक्यू के सदस्यों ने कहा कि समलैंगिक भी समुदाय का हिस्सा हैं, वे भी समाज में रह रहे अन्य लोगों की ही तरह हैं.
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गौरतलब है कि प्रयोजन जन कल्याण समिति, एलजीबीटीक्यू समुदाय आधारित संस्था है, जो थर्ड जेंडर समुदाय के उत्थान के लिए कार्य कर रही है. इसी कड़ी में प्रयोजन जन कल्याण के समिति द्वारा लेस्बियन,गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर समुदाय की गर्वोत्सव रैली का आयोजन किया गया. इस रैली का आयोजन ट्रांसजेंडर समुदाय को आमजन के समक्ष प्रस्तुत करने के साथ ही उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए किया गया.