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दून अस्पताल में डेंगू के मरीजों से मिले हरीश रावत, सरकार को दिया ये सुझाव

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को दून अस्पातल में डेंगू से पीड़ित मरीजों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया. इस दौरान अस्पताल प्रबंधन से भी डेंगू मरीजों के इलाज को लेकर बातचीत की. वहीं, सरकार पर भी लापरवाही का आरोप लगाया.

डेंगू के मरीजों से मिले हरीश रावत.
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Published : Sep 18, 2019, 5:11 PM IST

देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बुधवार को दून मेडिकल कॉलेज पहुंचे. जहां उन्होंने अस्पताल में भर्ती डेंगू से पीड़ित मरीजों का हालचाल जाना और मरीजों का हौसला बढ़ाया. वहीं, हरदा ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर सरकार ने डेंगू की रोकथाम को लेकर तत्परता दिखाई होती तो आज मरीजों की संख्या में इजाफा नहीं होता.

डेंगू के मरीजों से मिले हरीश रावत.

दून मेडिकल कॉलेज पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अस्पताल ने अपनी ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. दून अस्पताल के पास डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध है. हरदा ने कहा कि इस समय लोगों में आत्मविश्वास बढ़ाने की जरुरत है. साथ ही कहा कि जो भी व्यवस्थाएं सरकार ने की है उन्हें अभी और बढ़ाने की जरुरत है.

पढ़ें: प्रेमिका की हत्या के बाद प्रेमी ने लगाया मौत को गले, पुलिस पर खड़े हो रहे कई सवाल

सरकार पर हमला करते हुए हरीश रावत ने कहा कि सरकार पहले से ही एंटीसिपेट नहीं कर पाई. इस साल भी सरकार ने डेंगू को रोकने के लिए अपनी तैयारियां देर से शुरू की. जिस कारण पिछली बार डेंगू बड़े पैमाने पर हुआ है. उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से हर जगह डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है. इसलिए डेंगू मच्छर के अलावा दूसरे मच्छर भी पनप रहे हैं.

हरदा ने अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने मलिन बस्तियों में जाकर सफाई अभियान चलाया था. उसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार को जून, जुलाई और अगस्त में लगातार फॉगिंग करानी चाहिए थी. हरीश रावत ने सुझाव देते हुए कहा कि सरकार को फॉगिंग, ऑडोमोस जैसी प्रीवेंटिव मेजर्स को बढ़ाने की जरुरत है, ताकि डेंगू को कंट्रोल किया जा सके.

देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बुधवार को दून मेडिकल कॉलेज पहुंचे. जहां उन्होंने अस्पताल में भर्ती डेंगू से पीड़ित मरीजों का हालचाल जाना और मरीजों का हौसला बढ़ाया. वहीं, हरदा ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर सरकार ने डेंगू की रोकथाम को लेकर तत्परता दिखाई होती तो आज मरीजों की संख्या में इजाफा नहीं होता.

डेंगू के मरीजों से मिले हरीश रावत.

दून मेडिकल कॉलेज पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अस्पताल ने अपनी ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. दून अस्पताल के पास डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध है. हरदा ने कहा कि इस समय लोगों में आत्मविश्वास बढ़ाने की जरुरत है. साथ ही कहा कि जो भी व्यवस्थाएं सरकार ने की है उन्हें अभी और बढ़ाने की जरुरत है.

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सरकार पर हमला करते हुए हरीश रावत ने कहा कि सरकार पहले से ही एंटीसिपेट नहीं कर पाई. इस साल भी सरकार ने डेंगू को रोकने के लिए अपनी तैयारियां देर से शुरू की. जिस कारण पिछली बार डेंगू बड़े पैमाने पर हुआ है. उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से हर जगह डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है. इसलिए डेंगू मच्छर के अलावा दूसरे मच्छर भी पनप रहे हैं.

हरदा ने अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने मलिन बस्तियों में जाकर सफाई अभियान चलाया था. उसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार को जून, जुलाई और अगस्त में लगातार फॉगिंग करानी चाहिए थी. हरीश रावत ने सुझाव देते हुए कहा कि सरकार को फॉगिंग, ऑडोमोस जैसी प्रीवेंटिव मेजर्स को बढ़ाने की जरुरत है, ताकि डेंगू को कंट्रोल किया जा सके.

Intro:पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज दून मेडिकल कॉलेज पहुंचे और उन्होंने वहां भर्ती डेंगू से पीड़ित मरीजों का हालचाल जाना। इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से डेंगू मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल की और डेंगू मरीजों से मुलाकात करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार को डेंगू की रोकथाम किये जाने को लेकर कमजोर बताया, उन्होंने कहा कि यदि सरकार डेंगू की रोकथाम को लेकर तत्परता दिखाई होती तो डेंगू मरीजों की संख्या में इजाफा नहीं होता।


Body:पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जिस तरह से डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है उसको देखते हुए अस्पताल ने भी अपनी ओर से सभी तैयारियां की हुई हैं। दून अस्पताल के पास डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं, यदि कोई मरीज यहां इलाज कराने आता है तो उन्हें भी ट्रीटमेंट प्रोवाइड किया जा सकता है हरीश रावत ने कहा कि इस समय लोगों में आत्मविश्वास बढ़ाने की जरूरत है। जहां जहां जो भी व्यवस्थाएं सरकार ने की है उन्हें अभी और बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। डेंगू मरीजों में ट्रीटमेंट के साथ-साथ उनका मनोबल बढ़ाने की भी जरूरत है सरकार पहले से ही एंटीसिपेट नहीं कर पाई इसलिए पिछली बार डेंगू बड़े पैमाने पर हुआ था। यही वजह रही कि इस साल भी सरकार ने डेंगू को रोकने के लिए अपनी तैयारियां देर से शुरू की। यह डेंगू का पिक पीरियड है और क्लाइमेट चेंज की वजह से उसके प्रभाव के कारण सभी जगह डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है इसलिए डेंगू मच्छर के अलावा दूसरे मच्छर भी पनप रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने मलिन बस्तियों में जाकर सफाई अभियान चलाया था, उसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार को जून, जुलाई और अगस्त में लगातार बढ़ाने और फागिंग कराने की जरूरत थी।
भाई हरीश रावत ने सुझाव दिया कि सरकार को बड़ों की अवेलेबिलिटी, फागिंग, ऑडोमोस जैसी प्रीवेंटिव मेजर्स को बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि डेंगू को कंट्रोल किया जा सके हरीश रावत ने कहा कि वह सभी राजनीतिक ,सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपील करते हैं कि इस घड़ी मे लोगों के बीच जाकर उन्हें एजुकेट करें और लोगों का साहस बढ़ाएं। हालांकि सरकार अपने दायित्वों में फेल नहीं बल्कि कमजोर साबित हुई है।सरकार को डेंगू की रोकथाम को लेकर जो तत्परता दिखाई जानी थी वह तत्परता नहीं दिखाई गई है और यही वजह है कि अब डेंगू सिर पर चढ़कर बोलने लगा है तभी हम चेते हैं।
बाईट- हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड


Conclusion:दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत देहरादून में लगातार बढ़ रहे डेंगू से पीड़ित मरीजों का हालचाल जानने दून मेडिकल कॉलेज पहुंचे जहां उन्होंने प्रत्येक वार्डों में जाकर भर्ती डेंगू मरीजों से मुलाकात की और उनका मनोबल बढ़ाया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रबंधन से भी डेंगू मरीजों के इलाज को लेकर विचार विमर्श किया।
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