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देहरादून जहरीली शराब कांडः हरीश रावत ने पीड़ित परिवारों का जाना हाल

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून जहरीली शराब पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. इस दौरान पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. हरीश रावत ने कहा कि ये संगठित गिरोह द्वारा किया गया कृत्य है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है.

हरीश रावत ने पीड़ित परिवारों का जाना हाल
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Published : Sep 28, 2019, 5:21 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 7:36 PM IST

देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून जहरीली शराब कांड से प्रभावित पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और मृतकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. हरीश रावत ने कहा कि ये संगठित गिरोह द्वारा किया गया कृत्य है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. हरीश रावत ने इस दौरान सरकार से मृतकों के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की.

हरीश रावत ने पीड़ित परिवारों का जाना हाल


पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देहरादून प्रदेश का हृदय स्थल है. और यहां ऐसी घटना होना दुर्भाग्यपूर्ण है. त्रिवेंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए हरदा ने कहा कि इससे पहले भगवानपुर में जिस प्रकार से जहरीली शराब पीने से 40 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, सरकार ने उससे भी सबक नहीं लिया.

पढ़ेंः जहरीली शराब कांड: पथरिया पीर से फिर उठी अर्थी, सरकार पर खड़े हुए कई सवाल


हरीश रावत ने आगे कहा कि भगवानपुर और पथरिया पीर में संगठित गिरोहों ने जहरीली शराब पिलाकर लोगों को मार दिया, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. ऐसे में राज्य की जनता की मांग होनी चाहिए कि इनके राजनीतिक आकाओं के चेहरे भी बेनकाब किए जाएं. पुलिस को ऐसे राजनीतिक संरक्षकों पर भी हाथ डालना चाहिए.

पढ़ेंः जहरीली शराब कांड: चौथा आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा जेल


त्रिवेंद्र सरकार द्वारा पीड़ित परिवारों को दो-दो लाख रुपये के मुआवजा राशि पर उठाए सवाल. कहा कि ये राशि अपर्याप्त है. क्योंकि ये लोग सरकार की लापरवाही से मारे गए हैं, इसलिए मुआवजा राशि कम से कम 10 लाख होनी चाहिए और इलाज का खर्चा भी सरकार को ही भुगतान करना चाहिए.

देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून जहरीली शराब कांड से प्रभावित पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और मृतकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. हरीश रावत ने कहा कि ये संगठित गिरोह द्वारा किया गया कृत्य है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. हरीश रावत ने इस दौरान सरकार से मृतकों के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की.

हरीश रावत ने पीड़ित परिवारों का जाना हाल


पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देहरादून प्रदेश का हृदय स्थल है. और यहां ऐसी घटना होना दुर्भाग्यपूर्ण है. त्रिवेंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए हरदा ने कहा कि इससे पहले भगवानपुर में जिस प्रकार से जहरीली शराब पीने से 40 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, सरकार ने उससे भी सबक नहीं लिया.

पढ़ेंः जहरीली शराब कांड: पथरिया पीर से फिर उठी अर्थी, सरकार पर खड़े हुए कई सवाल


हरीश रावत ने आगे कहा कि भगवानपुर और पथरिया पीर में संगठित गिरोहों ने जहरीली शराब पिलाकर लोगों को मार दिया, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. ऐसे में राज्य की जनता की मांग होनी चाहिए कि इनके राजनीतिक आकाओं के चेहरे भी बेनकाब किए जाएं. पुलिस को ऐसे राजनीतिक संरक्षकों पर भी हाथ डालना चाहिए.

पढ़ेंः जहरीली शराब कांड: चौथा आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा जेल


त्रिवेंद्र सरकार द्वारा पीड़ित परिवारों को दो-दो लाख रुपये के मुआवजा राशि पर उठाए सवाल. कहा कि ये राशि अपर्याप्त है. क्योंकि ये लोग सरकार की लापरवाही से मारे गए हैं, इसलिए मुआवजा राशि कम से कम 10 लाख होनी चाहिए और इलाज का खर्चा भी सरकार को ही भुगतान करना चाहिए.

Intro:पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नेशनल रोड स्थित पथरिया पीर में हुए जहरीली कांड से प्रभावित पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और मृतकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करें। उन्होंने कहा कि यह संगठित गिरोह द्वारा किया गया कृत्य है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। हरीश रावत ने इस दौरान सरकार से मृतकों के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की।


Body:पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह देहरादून का हृदय स्थल है और यहां ऐसी घटना होना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पहले भगवानपुर में जिस प्रकार से ट्रेजिडी घटी थी उससे भी सबक नहीं लिया गया, भगवानपुर और पथरिया पीर में संगठित गिरोहों ने जहरीली शराब पिलाकर लोगों को मार दिया जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है ऐसे में राज्य की जनता की मांग होनी चाहिए कि इनके राजनीतिक आकाओं के चेहरे भी बेनकाब किए जाएं पुलिस को ऐसे राजनीतिक संरक्षकों पर भी हाथ डालना चाहिए। हरीश रावत ने कहा कि इन संगठित अपराधियों ने यहां जहरीली, नकली और अवैध शराब का हक बना दिया है। इन घटनाओं के अलावा उधम सिंह नगर में भी एक -दो लोग जहरीली शराब से मर चुके हैं। सरकार को द्वारा पीड़ितों के परिजनों को जो दो लाख रुपये बतौर मुआवजा राशि दी जा रही है वह अपर्याप्त है। क्योंकि यह लोग सरकार की लापरवाही से मारे गए हैं इसलिए मुआवजा राशि कम से कम 10 लाख होनी चाहिए और इलाज का खर्चा भी सरकार को भुगतान करना चाहिए ।
बाइट हरीश रावत पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड


Conclusion:गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नेशविला रोड स्थित पथरिया पीर पहुंचे और वहां मृतकों के परिजनों से मुलाकात करते हुए जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर खेद व्यक्त किया। इस दौरान हरीश रावत ने मृतकों के परिजनों का हाल-चाल जानते हुए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
Last Updated : Sep 28, 2019, 7:36 PM IST
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