देहरादून: उत्तराखंड के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में फरार चल रहे समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल ने गुरुवार को एसआईटी के सामने सरेंडर कर दिया. जिसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत थाना सिडकुल पुलिस ने गीताराम नौटियाल को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई पूरी की. वहीं, अब आरोपी नौटियाल को शुक्रवार को देहरादून कोर्ट में पेश किया जाएगा.
बता दें कि संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली. जिसके बाद कोर्ट के आदेश के मुताबिक गुरुवार शाम 5 बजे गीताराम खुद रोशनाबाद स्थित जिला पुलिस मुख्यालय में बने एसआईटी कार्यालय पहुंचे और सरेंडर किया. जहां देर शाम तक एसआईटी के अधिकारी उनसे पूछताछ में जुटे रहे.
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जानकारी के मुताबिक, साल 2012 से 2017 तक 500 करोड़ से अधिक छात्रवृत्ति घोटाले मामले में नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य सरकार द्वारा एसआईटी गठित कर घोटाले की जांच शुरू की गई. जांच शुरू होते ही गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी गीताराम नौटियाल हाई कोर्ट की शरण ले रहे थे. लेकिन मामला गंभीर होने के कारण हाई कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक वाली याचिका खारिज कर दी. साथ ही कोर्ट ने गीताराम नौटियाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया. फरार होने के कारण कोर्ट ने फिर कुर्की का आदेश दिया.
उधर, गिरफ्तारी और कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए गीताराम नौटियाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. लेकिन वहां से भी गिरफ्तारी पर रोक वाली याचिका खारिज होने के बाद गीताराम नौटियाल ने कोर्ट प्रक्रिया के तहत 7 दिनों के अंदर शुक्रवार शाम अपने आप सरेंडर कर दिया.