देहरादून: भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया के घर के बाहर पटाखे फोड़ने, गाली गलौच और जाति सूचक शब्द कहने वाले दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं, इस मामले में उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने एक ट्वीट भी किया है. जिसमें उन्होंने कहा कि यह संवेदशील मामला है. इस मामले की जांच सही दिशा में जारी है. वह सभी देशवासियों को यह आश्वस्त करते हैं.
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम की सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद आतिशबाजी करने वाले युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ सिडकुल थाने में शांति भंग और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
दरअसल, 4 अगस्त को टोक्यो में चल रहे ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम का अर्जेंटीना के साथ मुकाबला चल रहा था. मुकाबले में अर्जेंटीना ने भारतीय हॉकी टीम को 2-1 से हरा दिया. हरिद्वार निवासी हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया के परिजनों का आरोप है कि उनके पड़ोस में रहने वाले एक शख्स विक्की पाल ने टीम के हारने पर आतिशबाजी की. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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वहीं, वंदना कटारिया के भाई की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने पूछताछ के बाद विक्की और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया. विक्की पर आरोप है कि उसने जातिसूचक शब्दों का भी उपयोग किया, जिसके बाद धारा 504 और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है.
अब इस मामले में उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से एक पोस्ट की है. जिसमें उन्होंने कहा कि यह संवेदशील मामला है. इस मामले की जांच सही दिशा में हो, इसके लिए वह सभी देशवासियों को आश्वस्त करते हैं.