देहरादून: प्रदेश में तमाम राजनीतिक अस्थिरता की खबरों के बाद भी त्रिवेंद्र सिंह रावत सूबे की सियासत में मजबूत स्तंभ की तरह टिके हुए हैं. जिसका कारण हाईकमान से उनकी नजदिकियां होना बताया जा रहा है. शनिवार को ऋषिकेश एम्स में दीक्षांत समारोह में ये बात साबित भी हो गई.
दीक्षांत समारोह के शुरुआत में ही गृहमंत्री अमित शाह ने जिस तरह से त्रिवेंद्र सिंह रावत को संबोधित किया उससे साफ पता चलता है कि रावत और हाईकमान की नजदीकियां केवल खबरों में ही नहीं बल्कि सियासी मैदान के धरातल पर भी मजबूत हैं.
बीते महीने के आखिर में उत्तराखंड में सियासी फेरबदल की सुर्खियां चर्चाओं में थी. जिसके बाद सूबे की सियासत में तमाम तरह के कयास लगाये जा रहे थे. आखिर अंत में सारी चर्चाएं ढाक के तीन पात साबित हुई. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का केंद्रीय नेतृत्व पर कितना गहरा असर है इस बात की तस्दीक शनिवार को ऋषिकेश एम्स के दीक्षांत समारोह में देखने को मिली. जहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना दोस्त बताया.
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गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताते हुए संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सीएम को अपना परम मित्र भी कहा. अमित शाह ने संबोधन में मेरे मित्र और भाई त्रिवेंद्र सिंह रावत कहते हुए सीएम से अपनी नजदिकियां जाहिर की.
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दरअसल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का नाम लेते हुए गृहमंत्री अमित शाह की भाव भंगिमा भी यह दिखाती है की वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से कितने खुश हैं. वहीं दूसरी तरफ गृहमंत्री का इस तरह का संबोधन उत्तराखंड में सियासी फेरबदल को लेकर कयास बाजी करने वालों के मुंह पर भी करारा तमाचा है.