ETV Bharat / city

29 अगस्त को राज्य को मिल सकती है बड़ी सौगात, जानिए क्या है मामला - Uttarakhand News

केंद्र सरकार सभी राज्यों को कैंपा की धनराशि आवंटित करने जा रही है. जिसके लिए 29 अगस्त को केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के वन मंत्रियों को बुलाया है.

केंद्र सरकार जल्द ही राज्यों को आवंटित करेगी कैंपा धनराशि
author img

By

Published : Aug 25, 2019, 11:04 PM IST

देहरादून: प्रदेश को जल्द ही कैंपा यानी कंपलसरी एफरेस्टोरेशन मैनेजमेंट एंड प्लानिंग अथॉरिटी का पैसा आवंटित होने जा रहा है. इस धनराशि के मिलने के बाद कर्ज में डूबे प्रदेश को राहत मिलेगी. इस मामले में वन मंत्री हरक सिंह रावत लगातार पहल कर रहे थे, जिसके बाद अब केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी राज्यों को कैंपा का पैसा देने का मन बना लिया है. इसके लिए आगामी 29 अगस्त को केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के वन मंत्रियों को बुलाया है.

केंद्र सरकार जल्द ही राज्यों को सौंपेगी कैंपा धनराशि.

कैंपा की धनराशि के लिए की जाने वाली पहल को लेकर हरक सिंह रावत ने बताया कि देश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब केंद्र सरकार कैंपा का पैसा प्रदेशों को सौंपने की तैयारी कर रही है. उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को करीब 26 सौ करोड़ रुपए प्रदेशों को मिलने जा रहे हैं. जिसके लिए सभी राज्यों के वन मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया है. जहां एक कार्यक्रम के तहत कैंपा की धनराशि को प्रदेश सरकारों के हाथों में सौंपा जाएगा.

पढ़ें-सीएम त्रिवेंद्र हुए आशीष के मुरीद, कहा- समाज को ऐसे शिक्षक की है जरूरत

हरक सिंह रावत ने कहा कि जब यह धनराशि प्रदेशों को आवंटित होगी उसके बाद प्रदेशों की साख बैंकों में भी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि इस धनराशि से हम अपने तरीके से विकास की प्लानिंग कर सकेंगे, जिससे लोगों को सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश गठन को 19 साल हो चुके हैं, तब से लेकर राज्य कैंपा का पैसा लेने के लिए संघर्ष करता रहा है.

पढ़ें-बप्पा की रंग-बिरंगी मूर्तियों से गुलजार हुआ बाजार, 300 से 15 हजार में बिक रहे गणपति

वन मंत्री ने कहा कि बीते दो-ढाई सालों में राज्यों के वन मंत्री केंद्र से मुलाकात कर लगातार इसके लिए लड़ते रहे हैं. अब जाकर उनकी मेहनत रंग लाई है. हरक सिंह रावत ने कहा कि कैंपा का पैसा मिलने से प्रदेश को लाभ होगा.

पढ़ें-उत्तरकाशी आपदाः प्रशासन का ये सच आया सामने, ग्रामीण बोले- सुन ली होती गुहार तो बच जाती जिंदगियां

वहीं वन मंत्री हरक सिंह रावत के मुताबिक इस धनराशि के बदले इतना ब्याज मिल जाएगा कि साल भर में ब्याज के पैसे का इस्तेमाल करते हुए प्लांटेशन, फायर, मानव संघर्ष, हर्बल गार्डन, हाथीरोधक दीवारें आदि बनाई जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि इस पैसे के मिलने से बैंकों में प्रदेश की हैसियत भी बढ़ेगी.

देहरादून: प्रदेश को जल्द ही कैंपा यानी कंपलसरी एफरेस्टोरेशन मैनेजमेंट एंड प्लानिंग अथॉरिटी का पैसा आवंटित होने जा रहा है. इस धनराशि के मिलने के बाद कर्ज में डूबे प्रदेश को राहत मिलेगी. इस मामले में वन मंत्री हरक सिंह रावत लगातार पहल कर रहे थे, जिसके बाद अब केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी राज्यों को कैंपा का पैसा देने का मन बना लिया है. इसके लिए आगामी 29 अगस्त को केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के वन मंत्रियों को बुलाया है.

केंद्र सरकार जल्द ही राज्यों को सौंपेगी कैंपा धनराशि.

कैंपा की धनराशि के लिए की जाने वाली पहल को लेकर हरक सिंह रावत ने बताया कि देश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब केंद्र सरकार कैंपा का पैसा प्रदेशों को सौंपने की तैयारी कर रही है. उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को करीब 26 सौ करोड़ रुपए प्रदेशों को मिलने जा रहे हैं. जिसके लिए सभी राज्यों के वन मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया है. जहां एक कार्यक्रम के तहत कैंपा की धनराशि को प्रदेश सरकारों के हाथों में सौंपा जाएगा.

पढ़ें-सीएम त्रिवेंद्र हुए आशीष के मुरीद, कहा- समाज को ऐसे शिक्षक की है जरूरत

हरक सिंह रावत ने कहा कि जब यह धनराशि प्रदेशों को आवंटित होगी उसके बाद प्रदेशों की साख बैंकों में भी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि इस धनराशि से हम अपने तरीके से विकास की प्लानिंग कर सकेंगे, जिससे लोगों को सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश गठन को 19 साल हो चुके हैं, तब से लेकर राज्य कैंपा का पैसा लेने के लिए संघर्ष करता रहा है.

पढ़ें-बप्पा की रंग-बिरंगी मूर्तियों से गुलजार हुआ बाजार, 300 से 15 हजार में बिक रहे गणपति

वन मंत्री ने कहा कि बीते दो-ढाई सालों में राज्यों के वन मंत्री केंद्र से मुलाकात कर लगातार इसके लिए लड़ते रहे हैं. अब जाकर उनकी मेहनत रंग लाई है. हरक सिंह रावत ने कहा कि कैंपा का पैसा मिलने से प्रदेश को लाभ होगा.

पढ़ें-उत्तरकाशी आपदाः प्रशासन का ये सच आया सामने, ग्रामीण बोले- सुन ली होती गुहार तो बच जाती जिंदगियां

वहीं वन मंत्री हरक सिंह रावत के मुताबिक इस धनराशि के बदले इतना ब्याज मिल जाएगा कि साल भर में ब्याज के पैसे का इस्तेमाल करते हुए प्लांटेशन, फायर, मानव संघर्ष, हर्बल गार्डन, हाथीरोधक दीवारें आदि बनाई जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि इस पैसे के मिलने से बैंकों में प्रदेश की हैसियत भी बढ़ेगी.

Intro: प्रदेश को जल्द ही कैंपा यानी कंपेनसट्री अफफोरेस्टेशन एंड मैनेजमेंट अथॉरिटी का पैसा आवंटित होने जा रहा है। इस धनराशि को मिलने के बाद कर्ज में डूबे प्रदेश को राहत मिलेगी साथ ही प्रदेश की साख भी बढ़ेगी। उत्तराखंड के वन मंत्री हरक सिंह रावत की लगातार पहल किए जाने के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कैंपा का पैसा सभी राज्यों को देने का मन बना लिया है। केंद्र सरकार ने आगामी 29 अगस्त को सभी प्रदेशों के वन मंत्रियों को बुलाया है और एक कार्यक्रम के तहत कैंपर का पैसा प्रदेश सरकारों को सौंपा जा रहा है।


Body: इस मामले में खुद वन मंत्री हरक सिंह रावत बताते हैं कि यह पूरे देश में पहली बार हो रहा है कि जब कैंपा का पैसा प्रदेशों को सौंपने की तैयारी की जा रही है। करीब 26 सौ करोड़ रूपया आगामी 29 तारीख को प्रदेशों को मिलने जा रहा है। इसी कड़ी मे भारत सरकार ने दिल्ली में सभी वन मंत्रियों को बुलाया है। वहां एक कार्यक्रम के तहत कैंपर का पैसा प्रदेश सरकारों को सौंपा जा रहा है। जो कि एक बेहद बड़ी उपलब्धि है। यह पैसा प्रदेशों का था ,जिसे भारत सरकार ने जमा किया हुआ था। यह धनराशि जब प्रदेश को आवंटित होगी तो प्रदेश की साख बैंकों में भी देखने को मिलेगी। यदि यह धनराशि बैंकों में रहेगी तो हम अपने तरीके से प्लानिंग कर सकेंगे और सुविधाएं प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश गठन को 20 साल हो चुके हैं, और उत्तर प्रदेश के समय से ही कैंपा का पैसा पाने के लिए संघर्ष किया जाता रहा। लेकिन उन्होंने खुद पहल करते हुए बीते दो ढाई सालों में केंद्र के वन मंत्रियों से मुलाकातें की और इस हक को पाने के लिए लड़ते रहे। इसका फायदा यह हुआ कि अब पूरे देश को इसका लाभ मिलने जा रहा है जिन प्रदेशों को कैंपा का पैसा केंद्र सरकार में जमा था अब उन प्रदेशों को वापस दिया जा रहा है।

बाईट- हरक सिंह रावत,वन एवं पर्यावरण मंत्री


Conclusion: वहीं वन मंत्री हरक सिंह रावत के मुताबिक इस प्रदेश को इस धनराशि के बदले इतना ब्याज मिल जाएगा कि साल भर में ब्याज के पैसे को इस्तेमाल करते हुए प्लांटेशन, फायर, मानव संघर्ष, हर्बल गार्डन, हाथी रोधक दीवारें बनाई जा सकती हैं इसके साथ ही बैंकों में प्रदेश की हैसियत भी बढ़ेगी साथ ही सरकार को यदि धनराशि की आवश्यकता पड़ेगी तो इन पैसों के बूते प्रदेश सरकार लोन लेने में भी सक्षम हो जाएगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.