देहरादून: 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' के बाद बुधवार को लॉकडाउन के तीसरे दिन उत्तराखंड के सभी चौक-चौराहे सुनसान नजर आए. हालांकि, छुटपुट गाड़ियां और दोपहिया वाहन जरुर सड़कों पर दिखाई दिये. लॉकडाउन के तीसने दिन जमीनी हकीकत को परखने के लिए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल खुद सड़कों पर उतरे. विधानसभा से लौटते वक्त सुबोध उनियाल ने घंटाघर की स्थिति का जायजा लेते हुए पुलिसकर्मियों और सफाईकर्मियों की जमकर तारीफ की.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए विधानसभा में विपक्ष भी सरकार का सहयोग कर रहा है. उन्होंने बताया आज विधानसभा में सभी विधायकों को कोरोना के बारे में जागरुक किया गया. ताकि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को इसके बारे में बता सकें.
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घंटाघर पर लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लेते हुए सुबोध उनियाल ने कहा इस समय पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, स्वास्थ्य विभाग की टीम का बड़ा योगदान है. ये सभी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर आम आदमी को इस जानलेवा बीमारी से बचाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा ये समय इन वॉरियर्स के हौसले को बढ़ाना का है, ताकि ये सभी बुलंद हौसलों के साथ इस अच्छे काम में अपना सहयोग देते रहें.
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विधानसभा में आज पारित में हुए 53 हजार करोड़ के बजट के बारे में बोलते हुए सुबोध उनियाल ने कहा कि यह संवैधानिक आवश्यकता थी, क्योंकि 31 मार्च को फाइनेंसियल इयर खत्म हो रहा है. ऐसे में प्रदेश की सारी गतिविधियां रुक जाएंगी. जिसके चलते सदन में बजट पारित किया गया है.