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जोधपुर में फंसे श्रमिकों को उत्तराखंड लाने के लिए चलाईं गईं बसें

देश में तेजी से फैलते जा रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार हर सभंव प्रयास कर रही है. वहीं, लॉकडाउन के चलते जोधपुर में फंसे श्रमिकों के लिए राजस्थान सरकार ने बसें चलाई हैं. जिसमें हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए बसें चलाई गई. इस दौरान कुल 244 लोगों को उनके घर भेजा गया.

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जोधपुर में फंसे श्रमिकों के लिए चलाई गईं बसें.
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Published : May 26, 2020, 9:22 PM IST

जोधपुर/देहरादूनः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से श्रमिकों के लिए बसें चलाई जाने की घोषणा की है. इसके तहत जोधपुर में मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए बसें चलाई गईं. साथ ही राजस्थान रोडवेज ने अस्थि विसर्जन कलश यात्रा शुरू की है. जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड से 2 मोक्ष कलश स्पेशल बसों को रवाना किया गया. जिसके बाद अब अजमेर राजस्थान रोडवेज ने भी इस योजना के शुरू होने के बाद हरिद्वार के लिए बसों को भेजने की तैयारी शुरू कर दी है.

मारवाड़ उत्थान समिति के कुंदन चौधरी ने बताया कि उत्तराखंड के लोग कई दिनों से परेशान हो रहे थे, क्योंकि वहां रेल सेवा भी नहीं है. ऐसे में समिति ने सरकार को पत्र लिखा. जिसके बाद आखिरकार सरकार ने इनके लिए व्यवस्था कर दी. अपने घर जा रहे यात्रियों का कहना था कि किराया सरकार ने ही वहन किया है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि वापस आएंगे तो उन्होंने कहा कि अभी गांव में ही रहेंगे. बता दें कि उत्तराखंड के लिए 7 और हिमाचल के लिए 1 बस में कुल 244 लोगों को रवाना किया गया है. इस दौरान जोधपुर रोडवेज के केंद्रीय बस स्टैंड पर सभी जाने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग भी की गई.

जोधपुर में फंसे श्रमिकों के लिए चलाई गईं बसें.

यह भी पढ़ें: रुद्रपुर: मुंबई से लौटे दो युवकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि

गौरतलब है कि जोधपुर में अभी भी बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के श्रमिक और कामगार मौजूद है. जिन्हें अपने घर जाना है सरकार की ओर से अभी चार ट्रेन ही यहां से चली हैं, जबकि हजारों की संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के मजूदर अभी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.

वहीं राजस्थान रोडवेज ने अस्थि विसर्जन कलश यात्रा शुरू की है. प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने सोमवार को जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड से 2 मोक्ष कलश स्पेशल बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

बता दें कि दोनों बसों से करीब 39 यात्री अपने दिवंगत परिजनों के अस्थि कलश लेकर जयपुर से हरिद्वार के लिए रवाना हुए. 50 यात्रियों की एक बस में केवल 19 यात्रियों को ही बैठाया गया. दोनों बसों में भेजे गए यात्री वापस इन्हीं बसों से जयपुर आएंगे. सभी को मास्क लगाना भी अनिवार्य है.

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: कोरोना को कंट्रोल करने के लिए प्रवासियों की 'रफ्तार' पर लगा ब्रेक

इस दौरान परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा, कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदनशीलता दिखाते हुए लॉकडाउन में विभिन्न कारणों से दिवंगत हुए लोगों की अस्थि विसर्जन के लिए निशुल्क बस सेवा शुरू की है. बस में एक अस्थि कलश के साथ अधिकतम 2 व्यक्ति निशुल्क यात्रा कर सकेंगे. वहीं अजमेर राजस्थान रोडवेज ने भी इस योजना को शुरू करने के बाद हरिद्वार के लिए बसों को भेजने की तैयारी शुरू कर दी है.

रोडवेज प्रबंधक अनिल पारीक ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से इसका फैसला लिया गया है. जिस तरह से प्रदेश भर में लॉकडाउन के बाद मृतकों की अस्थियों का विसर्जन नहीं हो पा रहा था, इसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है.

जोधपुर/देहरादूनः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से श्रमिकों के लिए बसें चलाई जाने की घोषणा की है. इसके तहत जोधपुर में मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए बसें चलाई गईं. साथ ही राजस्थान रोडवेज ने अस्थि विसर्जन कलश यात्रा शुरू की है. जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड से 2 मोक्ष कलश स्पेशल बसों को रवाना किया गया. जिसके बाद अब अजमेर राजस्थान रोडवेज ने भी इस योजना के शुरू होने के बाद हरिद्वार के लिए बसों को भेजने की तैयारी शुरू कर दी है.

मारवाड़ उत्थान समिति के कुंदन चौधरी ने बताया कि उत्तराखंड के लोग कई दिनों से परेशान हो रहे थे, क्योंकि वहां रेल सेवा भी नहीं है. ऐसे में समिति ने सरकार को पत्र लिखा. जिसके बाद आखिरकार सरकार ने इनके लिए व्यवस्था कर दी. अपने घर जा रहे यात्रियों का कहना था कि किराया सरकार ने ही वहन किया है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि वापस आएंगे तो उन्होंने कहा कि अभी गांव में ही रहेंगे. बता दें कि उत्तराखंड के लिए 7 और हिमाचल के लिए 1 बस में कुल 244 लोगों को रवाना किया गया है. इस दौरान जोधपुर रोडवेज के केंद्रीय बस स्टैंड पर सभी जाने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग भी की गई.

जोधपुर में फंसे श्रमिकों के लिए चलाई गईं बसें.

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गौरतलब है कि जोधपुर में अभी भी बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के श्रमिक और कामगार मौजूद है. जिन्हें अपने घर जाना है सरकार की ओर से अभी चार ट्रेन ही यहां से चली हैं, जबकि हजारों की संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के मजूदर अभी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.

वहीं राजस्थान रोडवेज ने अस्थि विसर्जन कलश यात्रा शुरू की है. प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने सोमवार को जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड से 2 मोक्ष कलश स्पेशल बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

बता दें कि दोनों बसों से करीब 39 यात्री अपने दिवंगत परिजनों के अस्थि कलश लेकर जयपुर से हरिद्वार के लिए रवाना हुए. 50 यात्रियों की एक बस में केवल 19 यात्रियों को ही बैठाया गया. दोनों बसों में भेजे गए यात्री वापस इन्हीं बसों से जयपुर आएंगे. सभी को मास्क लगाना भी अनिवार्य है.

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इस दौरान परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा, कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदनशीलता दिखाते हुए लॉकडाउन में विभिन्न कारणों से दिवंगत हुए लोगों की अस्थि विसर्जन के लिए निशुल्क बस सेवा शुरू की है. बस में एक अस्थि कलश के साथ अधिकतम 2 व्यक्ति निशुल्क यात्रा कर सकेंगे. वहीं अजमेर राजस्थान रोडवेज ने भी इस योजना को शुरू करने के बाद हरिद्वार के लिए बसों को भेजने की तैयारी शुरू कर दी है.

रोडवेज प्रबंधक अनिल पारीक ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से इसका फैसला लिया गया है. जिस तरह से प्रदेश भर में लॉकडाउन के बाद मृतकों की अस्थियों का विसर्जन नहीं हो पा रहा था, इसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है.

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