देहरादूनः केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगे विरोध में नारों को लेकर उत्तराखंड भाजपा की काफी किरकिरी हो रही है. इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन वीडियो को लेकर भाजपा ने अपनी सफाई पेश की है.
उत्तराखंड में लगातार देवस्थानम बोर्ड को लेकर चारों धामों के पंडा पुरोहित सरकार का विरोध कर रहे हैं. लेकिन, केदारनाथ धाम में पीएम मोदी के खिलाफ लगे नारे से आंदोलन का स्तर एक अलग ही स्तर पर पहुंच गया.
गौरतलब है कि केदारनाथ धाम से पीएम मोदी की गहरी आस्था है. वह प्रधानमंत्री बनने के बाद और उससे पहले भी कई बार केदारनाथ आ चुके हैं. यही नहीं, केदारनाथ में चल रहे कई तरह के निर्माण कार्यों की पीएम मोदी खुद समीक्षा कर चुके हैं.
ऐसे में केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में लगे नारों को लेकर हर कोई आश्चर्यचकित है. सोशल मीडिया पर देवस्थानम बोर्ड के विरोध में वायरल हो रहे वीडियों और तस्वीरों से उत्तराखंड सरकार और उत्तराखंड भाजपा की किरकिरी हो रही है.
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वहीं, उत्तराखंड भाजपा संगठन से इस मामले पर ईटीवी भारत ने सवाल किया तो भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर सरकार ने रोक लगा दी है. लगातार सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देवस्थानम बोर्ड को लेकर हाई पावर कमेटी भी अपना काम कर रही है.
इस सबके बावजूद भी सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज को सरकार अपनी बात क्यों नहीं समझा पा रही है. हालांकि इसका जवाब भाजपा के पास भी नहीं है.