हरिद्वार/इंदौर: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है. ऑन ड्यूटी नगर निगम कर्मचारी को बैट से पीटने पर आकाश के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है. वहीं, इस दौरान आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय हरिद्वार में मौजूद रहे. वो यहां स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी को श्रद्धांजलि देने राघव कुटीर पहुंचे थे. वहीं इंदौर जिला कोर्ट ने आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका खारिज करते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
कैलाश विजयवर्गीय से जब उनके बेटे आकाश की गिरफ्तारी के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने इसपर कुछ भी बोलने से इनकार करते हुये बस इतना ही कहा कि वो श्रद्धांजलि सभा में आये हैं, यहां कुछ नहीं बोलेंगे. बता दें कि निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी पार्थिव देह को आश्रम राघव कुटीर में भू-समाधि दी गई. इस दौरान सत्यमित्रानंद गिरी को श्रद्धांजलि देने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी पहुंचे थे.
गौर हो कि मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में नगर निगम की टीम मुख्यालय के पास गंजी कंपाउंड स्थित जर्जर मकान तोड़ने के लिये पहुंची थी. यहां रहवासियों ने मकान तोड़ने का विरोध किया. इस बीच लोगों ने फोन कर विधायक आकाश विजयवर्गीय को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पहुंचे आकाश विजयवर्गीय ने निगम को कार्रवाई रोकने का दबाव बनाया.
विधायक की बात को नजरअंदाज करते हुए रिमूवल टीम कार्रवाई के लिए डटी रही तो उन्होंने निगम अधिकारियों को चेताया कि वो 5 मिनट में वहां से नहीं गए तो इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी. इस दौरान जेसीबी पोकलेन की चाबी भी निकाली गई. तभी आकाश विजयवर्गीय ने बैट से एक निगम अधिकारी की पिटाई कर दी. इसके बाद आकाश के साथ मौजूद कार्यकर्ता भी निगम कर्मियों की पिटाई शुरू कर दी.
पिटाई के चलते मौके पर अफरा-तफरी मच गई. निगम कर्मचारियों और विधायक के बीच जमकर विवाद हुआ, जिसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंच गए. पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट और बलवा मामले में विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
दरअसल, इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 में जर्जर मकानों को लेकर नगर निगम लगातार रिमूवल की कार्रवाई कर रहा है. एक दिन पहले भी आकाश विजयवर्गीय को एक मकान को तोड़ने पर स्थानीय लोगों की खरी-खोटी सुननी पड़ी थी. जिसके बाद से ही आकाश विजयवर्गीय नगर निगम की रिमूवल कार्रवाई को लेकर नाराज चल रहे थे, लिहाजा आज उनका गुस्सा नगर निगम अधिकारियों और कर्मियों पर ही फूट पड़ा. हालांकि कुछ देर की हाथापाई और मारपीट के बीच मौके पर मौजूद पुलिस ने दोनों पक्षों को लेकर मामला संभाला.
उधर, आकाश को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ले जाने के दौरान समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा. पुलिस भारी पुलिस बल के बीच आकाश विजयवर्गीय को जिला कोर्ट में पेश किया गया.