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आमरण अनशन पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्री की तबीयत बिगड़ी, प्रदर्शनकारियों ने फिर भरी हुंकार

बीते 48 घंटों से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्री आमरण अनशन पर बैठी हुई थी, जिनमें से एक कार्यकत्री सविता शर्मा की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसे दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है.

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Published : Jan 12, 2020, 6:43 PM IST

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आंगनबाड़ी कार्यकत्री की तबीयत बिगड़ी.

देहरादून: मानदेय बढ़ाने और राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर 48 घंटों से आमरण अनशन पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्री सविता शर्मा की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में सविता को दून अस्पताल में भर्ती करवाया. वहीं, अब सविता की जगह की पर देहरादून की रहने वाली एक और आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीलम पालीवाल आमरण अनशन पर बैठकर उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रही है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्री की तबीयत बिगड़ी

आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश महामंत्री सुचिता थपलियाल ने कहा कि बीते 48 घंटों से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्री आमरण अनशन पर बैठी हुई थी, जिनमें से एक कार्यकत्री सविता शर्मा की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसे दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर सभी एकजुट हैं. उन्होंने कहा एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री आमरण अनशन से उठेगी तो हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आमरण अनशन में बैठ जाएंगी.

पढ़ें-रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड में मिला वृद्ध का शव, शिनाख्त में जुटी पुलिस

सुचिता थपलियाल ने कहा कम मानदेय में गुजारा करना संभव नहीं है. जब तक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय 18 हजार रुपये नहीं किया जाता तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. वहीं, सभी आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भी मानदेय बढ़ने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही.

देहरादून: मानदेय बढ़ाने और राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर 48 घंटों से आमरण अनशन पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्री सविता शर्मा की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में सविता को दून अस्पताल में भर्ती करवाया. वहीं, अब सविता की जगह की पर देहरादून की रहने वाली एक और आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीलम पालीवाल आमरण अनशन पर बैठकर उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रही है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्री की तबीयत बिगड़ी

आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश महामंत्री सुचिता थपलियाल ने कहा कि बीते 48 घंटों से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्री आमरण अनशन पर बैठी हुई थी, जिनमें से एक कार्यकत्री सविता शर्मा की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसे दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर सभी एकजुट हैं. उन्होंने कहा एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री आमरण अनशन से उठेगी तो हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आमरण अनशन में बैठ जाएंगी.

पढ़ें-रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड में मिला वृद्ध का शव, शिनाख्त में जुटी पुलिस

सुचिता थपलियाल ने कहा कम मानदेय में गुजारा करना संभव नहीं है. जब तक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय 18 हजार रुपये नहीं किया जाता तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. वहीं, सभी आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भी मानदेय बढ़ने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही.

Intro:बीते 48 घंटों से धरना स्थल पर मानदेय वृद्धि और राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन मे बैठी एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री सविता शर्मा की तबीयत खराब होने के बाद प्रशासन ने उसे दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। वही उसकी जगह अब देहरादून की रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीलम पालीवाल आमरण अनशन पर बैठ कर आंदोलन को आगे बढ़ाएंगी।
summary- न्यूनतम मानदेय ₹18000 किए जाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठी दो आंदोलनकारियों में से एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री सविता शर्मा की तबीयत खराब होने के बाद प्रशासन ने उसे दून अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया है


Body: वही आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश महामंत्री सुचिता थपलियाल ने कहा कि बीते 48 घंटों से दोहन बाडी कार्यकत्री आमरण अनशन पर बैठी हुई थी, जिनमें से एक कार्यकत्री सविता शर्मा की तबीयत खराब होने के बाद प्रशासन ने उसे दून अस्पताल में एडमिट करा दिया है जबकि सविता शर्मा की जगह अब नीलम पालीवाल आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। उन्होंने कहा कि यहां अपनी मांगों को लेकर सभी का आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एकजुट हैं, एक कार्यकत्री आमरण अनशन से उठेगी तो हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आमरण अनशन के लिए सामने आ जाएंगी, बाल विकास विभाग में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को इसलिए प्राथमिकता दी गई है क्योंकि उनमें से कुछ तलाकशुदा हैं जबकि कई बीपीएल विकलांग और एकल मदर हैं ,ऐसे में इस मानदेय में गुजारा करना संभव नहीं है, जब तक आंगनवाडी कार्यकत्रियों का मानदेय 18 हजार रुपये नहीं बढ़ाया जाता है तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा।

बाइट -सुचिता थपलियाल , प्रदेश महामंत्री, आंगनवाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन


Conclusion: दरअसल वेतन बढ़ोतरी सहित कई मांगों को लेकर परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल मे शशि थापा और सविता शर्मा आमरण अनशन पर बैठी हुई थी, तबीयत खराब होने के बाद सविता शर्मा को प्रशासन ने दून अस्पताल एडमिट करवा दिया है, उसकी जगह अब नीलम पालीवाल भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं, वही बाकी कर्मचारियों का क्रमिक अनशन जारी है, आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि जब तक मानदेय 18 हजार रुपये नहीं हो जाता तब तक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का संघर्ष जारी रहेगा।
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