देहरादून: मानदेय बढ़ाने और राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर 48 घंटों से आमरण अनशन पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्री सविता शर्मा की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में सविता को दून अस्पताल में भर्ती करवाया. वहीं, अब सविता की जगह की पर देहरादून की रहने वाली एक और आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीलम पालीवाल आमरण अनशन पर बैठकर उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रही है.
आंगनबाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश महामंत्री सुचिता थपलियाल ने कहा कि बीते 48 घंटों से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्री आमरण अनशन पर बैठी हुई थी, जिनमें से एक कार्यकत्री सविता शर्मा की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसे दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर सभी एकजुट हैं. उन्होंने कहा एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री आमरण अनशन से उठेगी तो हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आमरण अनशन में बैठ जाएंगी.
पढ़ें-रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड में मिला वृद्ध का शव, शिनाख्त में जुटी पुलिस
सुचिता थपलियाल ने कहा कम मानदेय में गुजारा करना संभव नहीं है. जब तक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय 18 हजार रुपये नहीं किया जाता तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. वहीं, सभी आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भी मानदेय बढ़ने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही.