देहरादून: राज्य अपना 20 वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है. ऐसे में प्रदेश में हर ओर तैयारियां जोरों पर पर हैं. राज्य स्थापना दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने भी राज्य के नीति नियंताओं से सवाल कर प्रदेश के हालात को जानने की कोशिश की. साथ ही ईटीवी भारत ने एक जिम्मेदार मीडिया संस्थान होने के नाते प्रदेश की समस्याओं को भी खुलकर सामने रखा. इस कड़ी में सबसे पहले ईटीवी भारत के रिपोर्टर्स ने कृषि मंत्री से बातचीत की. जिसमें कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बड़ी बेबाकी से अपनी बातें सामने रखी.
राज्य स्थापना दिवस के मौके पर ईटीवी भारत की टीम राज्य के ज्वलंत सवालों के साथ कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के घर पहुंची. 5 रिपोर्टर्स के सवालों के बीच खड़े कैबिनेट मंत्री ने कैमरे के सामने एक के बाद हुए एक सवाल का जवाब दिया. इन सवालों में कृषि मंत्री रहते हुए उनके कार्यकाल में किये गये कामों का हिसाब था तो उपलब्धियां भी शामिल थी. इसके अलावा मंत्री जी ने खुद के अनुभव और प्रदेश के वर्तमान हालात पर भी बड़ी ही साफगोई से जवाब दिया.
ईटीवी भारत के रिपोर्टर्स के सवालों के जबाव देते हुए सबसे पहले कृषि मंत्री ने उत्पादन के क्षेत्र में मिले कृषि कर्मंण अवॉर्ड का जिक्र कर अपने कामों को गिनाया. जिसके बाद रिपोर्टर्स ने प्रदेश में किसानों की चिंताओं को सामने रखा. जिस पर सुबोध उनियाल ने बड़ी बेबाकी से बात की. उनकी बेबाकी का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उन्होंने जीएसटी से उत्तराखंड को हो रहे नुकसान पर भी खुलकर कैमरे के सामने बात की.
इसके साथ ही कृषि मंत्री ने वर्तमान में प्रदेश के खराब हालातों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि अबतक सरकारें लगातार प्रदेश के हालात को सामान्य करने में लगी हैं. 2022 तक किसी भी स्थिति में प्रदेश के किसानों की आय दोगुनी करने का भरोसा जताया. उत्तरकाशी में सेब की पेटियां उतारने के लिए लगाये गये तारों से होने वाली दुर्घटना के सवाल पर भी सुबोध उनियाल ने अपनी बात रखी. हालांकि उनके इस जबाव को सुनकर ईटीवी भारत के रिपोर्टर्स भी भौचक्के रह गये. दरअसल उत्तरकाशी में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर बोलते हुए उनियाल ने कहा कि दुर्घटनाएं तो दुर्घटनाएं होती हैं.
खाली होते गांवों और बंजर होती खेती को फिर से आबाद करने के लिए कृषि मंत्री ने मंत्रालय द्वारा की जा रही कोशिशों को रिपोर्टर्स के सामने रखा. उन्होंने कहा कि बंजर खेतों को आबाद करने के ऐरोमेटिक फार्मिंग की जा रही है. इसके अलावा उन्होंने सामूहिक खेती करने पर भी जोर दिया.
कृषि मंत्री ने कहा कि वे एक ऐसा मैकेनिज्म तैयार कर रहे हैं जिससे ग्राहक खुद किसान के पास आये. जिससे बिचौलियों को दूर कर किसानों की आय को बढ़ाया जा सके. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लगतार प्रयास कर रही है कि प्रदेश के हालात सुधारे जाएं. जो भी कमियां हैं उन्हें मिल कर दूर किया जाएगा.