देहरादून: प्रदेश के पहाड़ी जनपदों के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है जो पंचायत चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद ही दूर हो पाएगी. दरअसल प्रदेश के कुछ शिक्षक जहां चुनाव ड्यूटी में लगे हुए हैं तो वहीं लगभग 300 शिक्षक ऐसे भी हैं जिन्हें पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में पहाड़ से मैदानी इलाकों में भेज दिया गया था. अब इन सभी 300 शिक्षकों की अपने मूल पदों पर वापसी होगी. ये कार्य पंचायत चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद पूरा हो पाएगा.
गौरतलब है कि इससे पहले शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की ओर से इस मामले में शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को भी निर्देश जारी किए जा चुके हैं. इसके बाद जिस तरह की बातें उभर कर सामने आ रही हैं उससे लगता नहीं कि यह शिक्षक अपने मूल पदों पर वापस लौटना चाह रहे हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मूल पदों पर इन शिक्षकों की वापसी को रोकने के लिए न सिर्फ क्षेत्रीय विधायक बल्कि कुछ मंत्रियों की भी सिफारिश आ रही हैं. इसके साथ ही विभागीय सूत्रों से सुनने में यह भी आ रहा है कुछ शिक्षक पहाड़ जाने से बचने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल के पास भी सिफारिश लेकर पहुंच रहे हैं.