देहरादूनः चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) शुरू हो चुकी है. यात्रा को लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रदेश के सभी चार धामों में पहुंच रहे हैं. खास बात यह है कि इस बार यात्रा 2 साल बाद सुचारू रूप से चलाई जा रही है. लिहाजा, यात्रियों की संख्या भी उसी लिहाज से काफी ज्यादा दिखाई दे रही है. लेकिन, यात्रा शुरू होने के साथ ही अब तक 19 श्रद्धालु अपनी स्वास्थ्य कारणों से जान गंवा (19 pilgrims died in Chardham Yatra) चुके हैं.
वहीं, चारधाम यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए और राज्य सरकार की तरफ से पर्याप्त तैयारी नहीं होने की भी बात कही है. खास तौर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने स्वास्थ्य और बिजली की सुविधाओं पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया. है. उधर चारधाम यात्रा में अब तक 19 श्रद्धालुओं की मौत होने की खबर है. रविवार तक ये 15 था जो आज बढ़कर 19 पहुंच चुका है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग 15 श्रद्धालुओं की मौत की ही जानकारी दे रहा है. जानकारी के मुताबिक, अभी तक यमुनोत्री में सबसे ज्यादा 11 यात्रियों की मौत हुई है. जबकि, गंगोत्री में 3 और केदारनाथ में 5 यात्रियों की मौत हुई है.
इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक शैलजा भट्ट का कहना है कि यात्रा में आए इन मरीजों की विभिन्न बीमारियों के कारण मौत हुई है और स्वास्थ्य विभाग की चारों धामों पर तैनात टीम को इतना मौका भी नहीं मिल पाया कि वह इन मरीजों को रिकवर कर पाते. स्वास्थ्य महानिदेशक शैलजा भट्ट ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु यदि किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो उन्हें अपनी यात्रा को स्थगित कर लेना चाहिए.
पुलिस ने मानाः चारधाम यात्रा में पुलिस विभाग भी मानता है कि इस बार भीड़ बेहद ज्यादा है. खासतौर पर केदारनाथ और बदरीनाथ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इसी को लेकर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि जिस तरह इस बार भीड़ बढ़ी है. उसको लेकर व्यवस्थाओं को अपग्रेड किया गया है. इसके अलावा सभी जगहों पर सेक्टर बनाकर अधिकारियों को जिम्मेदारी देकर उनकी अकाउंटेबिलिटी तय की गई है. यमुनोत्री में खच्चरों की संख्या को सीमित किया गया है.