देहरादून: कोरोना काल में अनाथ हो चुके बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए राज्य सरकार ने वात्सल्य योजना का एलान किया है. राज्य सरकार इस योजना का दायरा बढ़ाने की तैयारी कर रही है. बता दें कि राज्य सरकार की ओर से जब कुछ दिन पूर्व ही वात्सल्य योजना का ऐलान किया गया था.
योजना के ऐलान के समय ये कहा गया था कि इस योजना से वो बच्चे लाभान्वित होंगे जो कोरोना काल में अपने माता पिता को खोकर अनाथ हो चुके हैं. लेकिन अब इस योजना का दायरा बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है, जिसके तहत ऐसे बच्चे जिनके माता या पिता मे से कोई एक पहले ही (किसी भी कारण से) गुजर चुका हो और अब वर्तमान में कोरोना के कारण अगर उस बच्चे ने अपने दूसरे परिजन को भी खो दिया हो तो ऐसी स्थिति में पूरी तरह अनाथ हो चुके बच्चों को भी इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा.
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वात्सल्य योजना के तहत देश की राजधानी दिल्ली की तर्ज पर सूबे की तीरथ सिंह रावत सरकार भी कोरोना वायरस से अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने जा रही है. इसके तहत जहां प्रति माह बच्चे के खाते में 3 हजार रुपए डाले जाएंगे तो, वहीं बच्चे की शिक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी. इसके साथ ही बच्चे की पैतृक संपत्ति का कोई दुरुपयोग न हो इस बात का ख्याल रखने की जिम्मेदारी संबंधित जिलाधिकारी को दी गई है.
वहीं, राज्य मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि फिलहाल इस विषय पर विचार विमर्श किया जा रहा है. जल्द ही मुख्यमंत्री को इसका प्रस्ताव भेजा जाएगा. जिसके बाद इस विषय पर कोई निर्णय लिया जा सकेगा.