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केदारनाथ में यात्रियों के लिए देवदूत बने SDRF जवान, बचाई एक श्रद्धालु की जान

इस साल केदारनाथ यात्रा के दौरान अब तक तबीयत बिगड़ने और एक्सीडेंट से करीब 52 तीर्थयात्रियों की मौतें हो चुकी हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन भी मुस्तैदी के साथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सेवा में जुटा हुआ है.

मदद के लिए मुस्तैद SDRF जवान
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Published : Sep 6, 2019, 12:50 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पुलिस और एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर सामने आ रहे हैं. धाम सहित अन्य यात्रा पड़ावों पर बीमार और चोटिल हो रहे तीर्थयात्रियों की सेवा में जवान अपनी पूरी फर्ज अदायगी कर रहे हैं. जिससे तीर्थयात्रियों में खुशी देखी जा रही है.

दरअसल, इस बारिश के मौसम में गौरीकुंड से केदारनाथ तक का 18 किमी पैदल मार्ग खतरे का सबब बना हुआ है. बारिश के कारण पैदल मार्ग फिसलन भरा हो रखा है, जिस पर सफर करने में तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतें हो रही हैं. वहीं यात्रा के दौरान कुछ तीर्थयात्रियों की तबीयत भी खराब हो रही है. ऐसे में तीर्थयात्रियों की मदद में पुलिस के जवान देवदूत बनकर उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं.

मदद के लिए मुस्तैद SDRF जवान

पढे़ं- शिक्षक दिवस: जेल में सजा काट रहे कैदी बने 'गुरू', निरक्षर कैदियों को दे रहे शिक्षा

केदारनाथ यात्रा के दौरान गुरुवार को कानपुर निवासी लक्की मिश्रा की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें एसडीआरएफ और पुलिस जवानों की मदद से विवेकानंद हॉस्पिटल बेस कैंप पहुंचाया गया. नतीजन, जवानों की तत्परता के चलते यात्री की जान बच गई.

इससे पहले तीर्थयात्री अंजली घोड़े से गिरने से चोटिल हो गई थीं. वे केदारनाथ से गौरीकुंड जाते समय लिंचोली में घोड़े से गिर गई थीं. इस दौरान यात्रा मार्ग पर ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारी और एसडीआरएफ के जवानों ने घायल महिला को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया. जिसके बाद महिला को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया.

बता दें कि इस साल यात्रा के दौरान अब तक तबीयत बिगड़ने और एक्सीडेंट से 52 के करीब तीर्थयात्रियों की मौतें हो चुकी हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन भी मुस्तैदी के साथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सेवा में जुटा हुआ है.

पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मौसम खराब होने से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग फिसलन भरा हो गया है. जिस पर आवाजाही करने के कारण घोड़े और तीर्थयात्री फिसल रहे हैं. उन्होंने कहा कि यात्रियों को पैदल मार्ग पर संभलकर चलने की हिदायत दी जा रही है. बावजूद इसके कुछ तीर्थयात्री सावधानी नहीं बरत रहे हैं. ऐसे में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस और एसडीआरएफ कर्मचारी उनकी हरसंभव मदद कर रहे हैं.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पुलिस और एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर सामने आ रहे हैं. धाम सहित अन्य यात्रा पड़ावों पर बीमार और चोटिल हो रहे तीर्थयात्रियों की सेवा में जवान अपनी पूरी फर्ज अदायगी कर रहे हैं. जिससे तीर्थयात्रियों में खुशी देखी जा रही है.

दरअसल, इस बारिश के मौसम में गौरीकुंड से केदारनाथ तक का 18 किमी पैदल मार्ग खतरे का सबब बना हुआ है. बारिश के कारण पैदल मार्ग फिसलन भरा हो रखा है, जिस पर सफर करने में तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतें हो रही हैं. वहीं यात्रा के दौरान कुछ तीर्थयात्रियों की तबीयत भी खराब हो रही है. ऐसे में तीर्थयात्रियों की मदद में पुलिस के जवान देवदूत बनकर उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं.

मदद के लिए मुस्तैद SDRF जवान

पढे़ं- शिक्षक दिवस: जेल में सजा काट रहे कैदी बने 'गुरू', निरक्षर कैदियों को दे रहे शिक्षा

केदारनाथ यात्रा के दौरान गुरुवार को कानपुर निवासी लक्की मिश्रा की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें एसडीआरएफ और पुलिस जवानों की मदद से विवेकानंद हॉस्पिटल बेस कैंप पहुंचाया गया. नतीजन, जवानों की तत्परता के चलते यात्री की जान बच गई.

इससे पहले तीर्थयात्री अंजली घोड़े से गिरने से चोटिल हो गई थीं. वे केदारनाथ से गौरीकुंड जाते समय लिंचोली में घोड़े से गिर गई थीं. इस दौरान यात्रा मार्ग पर ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारी और एसडीआरएफ के जवानों ने घायल महिला को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया. जिसके बाद महिला को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया.

बता दें कि इस साल यात्रा के दौरान अब तक तबीयत बिगड़ने और एक्सीडेंट से 52 के करीब तीर्थयात्रियों की मौतें हो चुकी हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन भी मुस्तैदी के साथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सेवा में जुटा हुआ है.

पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मौसम खराब होने से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग फिसलन भरा हो गया है. जिस पर आवाजाही करने के कारण घोड़े और तीर्थयात्री फिसल रहे हैं. उन्होंने कहा कि यात्रियों को पैदल मार्ग पर संभलकर चलने की हिदायत दी जा रही है. बावजूद इसके कुछ तीर्थयात्री सावधानी नहीं बरत रहे हैं. ऐसे में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस और एसडीआरएफ कर्मचारी उनकी हरसंभव मदद कर रहे हैं.

Intro:तीर्थयात्रियों की मदद में देवदूत बन रहे पुलिस जवान
श्रद्धालुओं की तबियत बिगड़ने व दुर्घटना होने पर तेजी से पहुंचाया जा रहा स्वास्थ्य कैंप
यात्रियों की हरसंभव मदद में जुटे हैं जवान
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पुलिस और एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर सामने आ रहे हैं। धाम सहित अन्य यात्रा पड़ावों पर हर दिन बारिश होने से तीर्थयात्रियों की तबियत खराब हो रही है, जबकि कई तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों से गिरकर चोटिल हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में पुलिस और एसडीआरएफ के जवान उनकी मदद के लिए तत्परता दिखा रहे हैं, जिससे तीर्थयात्रियों में खुशी देखी जा रही है। Body:दरअसल, गौरीकुण्ड से केदारनाथ 18 किमी पैदल मार्ग पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। बारिश के कारण पैदल मार्ग फिसलन भरा हो रखा है, जिस पर सफर करने में तीर्थयात्रियों को दिक्कतें हो रही है, जबकि पैदल मार्ग से केदारनाथ पहुंचने पर तीर्थयात्रियों की तबियत भी खराब हो रही है। ऐसे में तीर्थयात्रियों की मदद में पुलिस के जवान देवदूत बनकर आगे आ रहे हैं और उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं। केदारनाथ यात्रा पर आये लक्की मिश्रा उम्र 34 वर्ष निवासी कानपुर की अचानक तबियत खराब हो गई है, जिन्हें एसडीआरएफ एवं पुलिस जवानों की मदद से स्ट्रेचर के माध्यम से विवेकानंद हाॅस्पिटल बेस कैंप पहुंचाया गया। जवानों की तत्परता के चलते यात्री की जान बच सकी। इससे पहले श्रीमती अंजली पत्नी चित्रप्रकाश उम्र 54 घोड़े से गिरने से चोटिल हो गई थी। केदारनाथ से गौरीकुण्ड जाते समय लिंचोली में महिला तीर्थयात्री घोड़े से गिर गई थी। इस दौरान यात्रा मार्ग पर ड्यूटी दे रहे पुलिस और एसडीआरएफ के जवानों ने घायल महिला तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया, जहां महिला का प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद महिला को हेलीपैड लाया गया, जहां से उसे जिला चिकित्सालय के लिए रैफर किया। बता दें कि इस वर्ष यात्रा के दौरान अब तक तबियत बिगड़ने और एक्सीडेंट से 52 के करीब तीर्थयात्रियों की मौतें भी हो चुकी हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन तीर्थयात्रियों की सेवा तत्परता से जुटा है, जिससे तीर्थयात्री की जान को बचाया जा सके।
पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मौसम खराब होने से गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग फिसलन भरा है, जिस पर आवाजाही करने पर घोड़े और तीर्थयात्री फिसल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों को पहले ही पैदल मार्ग की जानकारी दी जा रही है और उन्हें बताया जा रहा है कि वे पैदल मार्ग पर संभलकर जांय, बावजूद इसके कुछ तीर्थयात्री सावधानी नहीं बरत रहे हैं। ऐसे में पुलिस और एसडीआरएफ के जवान तीर्थयात्रियों को शीघ्रता से स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा रहे हैं और उनकी हरसंभव मदद कर रहे हैं।
बाइट - अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक Conclusion:
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