रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पुलिस और एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर सामने आ रहे हैं. धाम सहित अन्य यात्रा पड़ावों पर बीमार और चोटिल हो रहे तीर्थयात्रियों की सेवा में जवान अपनी पूरी फर्ज अदायगी कर रहे हैं. जिससे तीर्थयात्रियों में खुशी देखी जा रही है.
दरअसल, इस बारिश के मौसम में गौरीकुंड से केदारनाथ तक का 18 किमी पैदल मार्ग खतरे का सबब बना हुआ है. बारिश के कारण पैदल मार्ग फिसलन भरा हो रखा है, जिस पर सफर करने में तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतें हो रही हैं. वहीं यात्रा के दौरान कुछ तीर्थयात्रियों की तबीयत भी खराब हो रही है. ऐसे में तीर्थयात्रियों की मदद में पुलिस के जवान देवदूत बनकर उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं.
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केदारनाथ यात्रा के दौरान गुरुवार को कानपुर निवासी लक्की मिश्रा की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें एसडीआरएफ और पुलिस जवानों की मदद से विवेकानंद हॉस्पिटल बेस कैंप पहुंचाया गया. नतीजन, जवानों की तत्परता के चलते यात्री की जान बच गई.
इससे पहले तीर्थयात्री अंजली घोड़े से गिरने से चोटिल हो गई थीं. वे केदारनाथ से गौरीकुंड जाते समय लिंचोली में घोड़े से गिर गई थीं. इस दौरान यात्रा मार्ग पर ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारी और एसडीआरएफ के जवानों ने घायल महिला को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया. जिसके बाद महिला को जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया.
बता दें कि इस साल यात्रा के दौरान अब तक तबीयत बिगड़ने और एक्सीडेंट से 52 के करीब तीर्थयात्रियों की मौतें हो चुकी हैं. ऐसे में पुलिस प्रशासन भी मुस्तैदी के साथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सेवा में जुटा हुआ है.
पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मौसम खराब होने से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग फिसलन भरा हो गया है. जिस पर आवाजाही करने के कारण घोड़े और तीर्थयात्री फिसल रहे हैं. उन्होंने कहा कि यात्रियों को पैदल मार्ग पर संभलकर चलने की हिदायत दी जा रही है. बावजूद इसके कुछ तीर्थयात्री सावधानी नहीं बरत रहे हैं. ऐसे में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस और एसडीआरएफ कर्मचारी उनकी हरसंभव मदद कर रहे हैं.