उधम सिंह नगरः जिले में भू-माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है. शासन भी इन माफियाओं के सामने पंगु साबित हो रहा है. ऐसे में यह तथ्य उभरकर सामने आ रह है कि आखिरकार इन भू माफिया के सिर पर किसका हाथ है. ताजा मामला सितारगंज सिडकुल एरिया का है जहां भू माफियाओं की अजब कारस्तानी सामने आई है.
यहां स्कूल की भूमि पर कब्जा कर भू-माफिया ने सैकड़ों कमरे बनाकर श्रमिकों को किराए पर दे दिए हैं. कमरों के किराए से भू-माफिया को लाखों रुपए प्रतिमाह की कमाई होती है. आश्चर्य की बात यह है कि यह सब कुछ सिडकुल पुलिस चौकी से एक किलोमीटर दूरी पर चल रहा है. सितारगंज के सिडकुल एरिया में स्कूल की भूमि पर भू-माफिया द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर कमरों का निर्माण कर उन्हें श्रमिकों को किराए पर देने का मामला सामने आया है. इस गोरखधंधे की शिकायत सितारगंज के ग्राम सिसौना निवासी हीरालाल ने उप-जिलाअधिकारी सितारगंज को शिकायती पत्र के माध्यम से की है.
शिकायतकर्ता ने एसडीएम को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि सिडकुल क्षेत्र में रहने वाले 5 लोगों ने सिडकुल फेज वन की सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करके मकान बना लिए हैं. भू माफियाओं ने वहां 100 से अधिक कमरों का भी निर्माण कर रखा है और इन कमरों को स्कूलों में काम करने वाले श्रमिकों को किराए पर दिया गया है. इससे भू माफियाओं को लगभग दो लाख का प्रतिमाह मुनाफा होता है.
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यह भी आरोप लगाया कि अवैध कब्जेदारों ने खड़ी खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कॉलोनी बनाई है. इन भू माफियाओं विरोध करने पर भू माफिया उनकी भूमि पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं. हीरालाल ने उप जिलाधिकारी से अवैध निर्माण की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की गुहार लगाई है.
वहीं, इस संबंध में उप जिलाधिकारी सितारगंज मनीष बिष्ट ने बताया कि मामला की जांच जारी है. मामले में जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. गौरतलब है कि सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर खेती करने के मामले सामने आ रहे हैं.