कोटद्वार: सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मालूम हुआ कि बहुचर्चित 11 किलोमीटर लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग के लिए वर्ष 2006 से 2020 तक शासन से 26 करोड़ 20 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं. इसके बावजूद सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है.
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11 किलोमीटर लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग को गढ़वाल की लाइफ लाइन कहा जाता है. दशकों से राजनीति का मुख्य केंद्र बनी हुई है. बावजूद इसके सड़क की हालात जस की तस बनी हुई है.