टिहरी: टीजीएमओ से जुड़े एक दर्जन से अधिक बस संचालकों ने कोरोना काल में कारोबार ठप होने और सरकार की ओर से कोई मदद न मिलने पर वाहनों के कागज एआरटीओ कार्यालय में सरेंडर कर दिये हैं. बस संचालकों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की तो आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक एक माह पहले वह अपने वाहनों की आवाजाही ठप कर देंगे. कांग्रेस पार्टी ने भी बस संचालकों की मांग का समर्थन किया है.
शनिवार को बस अड्डा बौराड़ी में टीजीएमओ से जुड़े बस संचालकों ने कोरोना काल में किसी भी तरह की मदद न मिलने पर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि सरकार न तो उनका टैक्स माफ कर रही है, न ही अन्य किसी स्तर पर बस संचालकों की कोई मदद कर रही है. महंगे डीजल और उस पर आधी सवारी से अब वाहनों को चलाना संभव नहीं हो पा रहा है. इसलिए वाहनों के कागज एआरटीओ कार्यालय में सिरेंडर करने शुरू कर दिये है.
जिले में 80 बसों का संचालन होता है. सभी 80 बसों के कागज जल्द ही सरेंडर कर दिये जाएंगे. वहीं, परिवहन विभाग के आरआई विकास सिंह ने बताया कि अब तक छोटे-बड़े 14 वाहनों के कागज जमा हो चुके हैं. नियमानुसार कागज सिरेंडर करने वाले बस संचालकों के कागज भी सरेंडर करवाए जाएंगे.
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कांग्रेस के शहर अध्यक्ष देवेंद्र नौटियाल ने मौके पर पहुंचकर बस संचालकों की मांगों का समर्थन करते हुए बताया कि बस संचालकों को कोरोना काल में भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. लेकिन प्रदेश सरकार कोई बात सुनने को राजी नहीं है.