मसूरी: अगर आप फुटबॉल खेलने के शौकीन हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले मसूरी में उत्तराखंड का पहला एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान बनाया गया है. जिसकी खासियत ये है कि मैदान पर खेलते हुए खिलाड़ी चोटिल नहीं होते और बरसात के सीजन में मैदान में पानी भी जमा नहीं होता.
गौर हो कि मसूरी के सेंट जॉर्ज कॉलेज में बनाए गए पहले एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान का लोकार्पण प्रधानाचार्य ब्रदर टॉमी वर्गीज ने किया. इस अवसर पर फुटबॉल मैच का भी आयोजन किया गया. जिसका खेल प्रेमियों ने जमकर लुत्फ उठाया. इस मौके पर प्रधानाचार्य ब्रदर टॉमी वर्गीज ने कहा कि सेंट जॉर्ज कॉलेज का एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान उत्तराखंड का पहला एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान है. जिसमें आगामी समय में राजकीय और राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल मैच आयोजित किए जाएंगे. अक्सर फुटबॉल खेलते वक्त कई खिलाड़ी चोटिल हो जाते हैं लेकिन एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान बनने से खिलाड़ी चोटिल नहीं होंगे.
साथ ही बरसात में भी फुटबॉल खेलने का लुत्फ उठाया जा सकता है. क्योंकि बरसात में एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान पानी जमा नहीं होता है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में हर साल फुटबॉल प्रतियोगिता आयोजित की जाती है, जिसमें कई टीमें भाग लेती हैं. ऐसे में खेल मैदान में बजरी होने के कारण कई खिलाड़ी चोटिल हो जाते थे. इसे देखकर कॉलेज द्वारा निर्णय लिया गया कि मैदान में एस्ट्रोटर्फ बिछाया जाए, जो अब पूरा हो गया है. वहीं फुटबॉल प्रशिक्षक आनंद थापा ने कहा कि उत्तराखंड का यह पहला फुटबॉल का मैदान है जहां एस्ट्रोटर्फ लगाया गया है.
उन्होंने कहा कि यह आधुनिक एस्ट्रोटर्फ है जिसमें पानी नहीं डालना पड़ता है. इसकी खासियत यह है कि इसके नीचे सेंट्रलीका डाला गया है और उसके नीचे रबर की परत है, जो खिलाड़ियों को चोटिल नहीं होने देती है. कॉलेज के छात्र मोहक और प्रज्ञान ने कहा कि एस्ट्रोटर्फ मैदान में खेलने का अलग ही आनंद होगा. वहीं खेलने के दौरान चोट लगने की चिंता नहीं होगी. उन्होंने कहा कि ऐसे में फुटबॉल के खिलाड़ी खेल को पूरी ताकत और जोश के साथ खेल पाएंगे.
वहीं मसूरी स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरज सिंह रावत ने कहा कि एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान से मसूरी और आसपास के फुटबॉल के खिलाड़ियों को काफी फायदा मिलेगा.