चंपावत: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर अलग अंदाज नजर आए हैं. चंपावत दौरे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सड़क किनारे चाय की चुस्कियां लेते देखे गए हैं. सीएम धामी के इस अंदाज के सभी लोग कायल हैं. दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मॉर्निंग वॉक कर रहे थे, इसी दौरान ठंड में सड़क किनारे एक चाय की दुकान दिखी. फिर क्या मुख्यमंत्री सीधे दुकान में पहुंच गए. अपनी दुकान पर सूबे के मुखिया को देखकर दुकानदार भी खुश हो गया. फिर उसे सीएम धामी को अपनी दुकान की स्पेशल चाय पिलाई. वहीं सीएम को चाय पिलाने के बाद दुकानदार भी काफी खुश नजर आया.
सूर्य नमस्कार भी किया: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत भ्रमण के दौरान शुक्रवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले. इस दौरान सीएम धामी सर्किट हाउस से ब्लॉक रोड स्थित नित्यानंद जोशी की चाय की दुकान पर पहुंचे और सबसे पहले सूर्य नमस्कार किया, फिर चाय की चुस्की ली. उसके बाद उन्होंने दुकानदार नित्यानंद जोशी और अन्य लोगों से बात करते हुए उनका हाल-चाल जाना. साथ ही सरकारी योजनाओं, कार्यक्रमों और विकास कार्यों पर चर्चा की. इसी दौरान वहां मौजूद बालक रियांश से मुख्यमंत्री बातें और दुलार करते नजर आए.
इसके बाद सीएम धामी नागनाथ वॉर्ड पहुंचे, जहां पानी भर रही महिला से बातें की और पेयजल की स्थिति के बारे में जाना, जिस पर महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि पानी नियमित आ रहा है. उसके बाद मुख्यमंत्री मुख्य बाजार होते हुए गोरलचौड़ मैदान पहुंचे और मुख्य बाजार में उन्होंने दुकान स्वामियों से भी बात कर उनका हाल-चाल भी जाना. इस दौरान गोरलचौड़ मैदान में मुख्यमंत्री धामी वहां विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं की प्रैक्टिस कर रहे युवाओं से बातें की और उनका उनका उत्साहवर्धन करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
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बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत के दौरे पर हैं. इससे पहले गुरुवार को उन्होंने चंपावत में गोल्ज्यू मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की थी. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि गोल्ज्यू न्याय के देवता हैं, इसी कारण लोगों की उनके प्रति विशेष श्रद्धा रहती है.
वहीं, शुक्रवार को मुख्यमंत्री चंपावत को विकास योजनाओं की सौगात देते हुए परिवहन विभाग के संभागीय निरीक्षक (आरआई) ऑफिस का उद्घाटन करेंगे. ऐसे में अब पहाड़ के लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनाने एवं फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी.