अगरतला : त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के कार्यवाहक अध्यक्ष पीयूष कांति बिस्वास ने शनिवार को पार्टी छोड़ दी और राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है.वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है.उन्होंने ट्विटर पर कहा, टीपीसीसी अध्यक्ष (कार्यवाहक) के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान सहयोग के लिए मैं सभी कांग्रेस नेताओं, समर्थकों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं.
आज मैंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और राजनीति से भी संन्यास ले लिया है. मैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभारी हूं. बिस्वास ने कहा कि वह पहले ही अपना इस्तीफा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) प्रमुख सोनिया गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को भेज चुके हैं.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मैंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है. मेरी किसी अन्य पार्टी में शामिल होने की कोई योजना नहीं है. त्रिपुरा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता बिस्वास को 2019 में त्रिपुरा कांग्रेस इकाई का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया था. हालांकि, टीपीसीसी के एक पूर्व प्रमुख ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि बिस्वास को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा इस्तीफा देने के लिए कहा गया था.
ईटीवी भारत से कांग्रेस प्रभारी डॉ अजय कुमार की खास बातचीत
इस मामले पर ईटीवी भारत ने त्रिपुरा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अजय कुमार से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं उनसे मिलूंगा और इस्तीफे को वापस लेने के लिए उनसे कहूंगा. कुछ स्थानीय मुद्दे थे जो उन्हें लंबे समय से परेशान कर रहे थे. मैं उनकी भावनाओं को समझता हूं,
उन्होंने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं है. वह सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बहुत आभारी हैं. मुझे यह भी लगता है कि जो मुद्दे उन्हें परेशान कर रहे हैं, उन्हें हल करना होगा. मैंने उनसे फोन पर बात की. मैं आभारी हूं कि उन्होंने मेरा अनुरोध स्वीकार कर लिया. इसलिए हम साथ बैठेंगे और इन मुद्दों को सुलझाएंगे.
कुमार ने कहा कि वह 28 अगस्त के बाद विश्वास से मिलेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या वह बिस्वास को पार्टी में वापस रहने के लिए आश्वस्त करने के लिए आशान्वित हैं. इस पर अजय कुमार ने कहा कि अगर मैं उनके मुद्दों को हल करने में सक्षम हूं तो वहां कोई कारण नहीं है, उसे क्यों नहीं करना चाहिए.
हालांकि, यह भी बताया जा रहा था कि वह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के संपर्क में हैं और जल्द ही पार्टी में शामिल हो सकते हैं. हाल ही में सुष्मिता देव ने भी टीएमसी में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी थी. कहा जा रहा है कि जल्द ही उन्हें त्रिपुरा में अहम भूमिका मिल सकती है.
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