हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में इन दिनों एक अलग ही विवाद छिड़ा हुआ है. शांभवी धाम के पीठाधीश्वर और काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप (Kali Sena founder Swami Anand Swaroop) ने केक काटकर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाने पर आपत्ति जताई है. साथ ही माखन और मिश्री के अलावा अन्य प्रकार के भोग लगाने पर दंड दने की बात कही है. उनका कहना है कि इससे हिंदू धर्म की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं.
दरअसल, मामला इस्कॉन (International Society for Krishna Consciousness) की ओर से जन्माष्टमी पर केट काटने को लेकर दिए विवादित बयान से जुड़ा है. जिस पर काली सेना आग बबूला हुई है. शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष एवं काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि कई बार देखा गया है कि इस्कॉन समेत अन्य संस्थाएं जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के जन्मदिन को पश्चिमी सभ्यता के अनुसार मनाती है. इस दिन केक काटा जाता है और भगवान कृष्ण को हैप्पी बर्थडे कहा जाता है. यह हमारी संस्कृति नहीं है, बल्कि हमारी संस्कृति भगवान श्री कृष्ण को पूजने की है, ना कि उन्हें पिज्जा बर्गर जैसे भोग लगाने की और पैंट शर्ट पहनाने की.
ये भी पढ़ेंः श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: विश्वभर में ISKCON 20 अगस्त तक 50 से ज्यादा कार्यक्रम करेगा आयोजित
हरिद्वार में जन्माष्टमी पर केक न काटने की चेतावनीः स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि इस्कॉन यानी इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) केक काट रही है, वो पूरी तरह से गलत है. अब काली सेना इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. हमारे देवी देवताओं के साथ किए जा रहे मजाक को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि कोई भी धार्मिक संस्था जन्माष्टमी के अवसर पर इस तरह का कृत्य हरिद्वार में करती है तो उसे काली सेना दंड देने का कार्य करेगी. इसके जिम्मेदार वो खुद होंगे.