ETV Bharat / bharat

देहरादून पहुंचे कैलाश खेर, राम राग कार्यक्रम में की शिरकत, अयोध्या के न्योता पर कहा...

Kailash Kher participated in Ram Raag program गायक कैलाश खेर ने देहरादून में राम राग कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण पर जमकर बात की. उन्होंने कहा कि देवभूमि पर कैलाश खेर का राम राग हो रहा है. राम के राग में तो सब गाते है लेकिन वे राम के अनुराग में गाना गाएंगे.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 10, 2024, 9:34 PM IST

Updated : Jan 10, 2024, 10:06 PM IST

ईटीवी भारत की कैलाश खेर से खास बातचीत

देहरादून (उत्तराखंड): अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने जा रहा है. जिसको लेकर देश ही नहीं बल्कि विश्व भर में प्रभु राम के नारों की गूंज सुनाई दे रही है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी राम राग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें अध्यात्म सिंगर पद्मश्री कैलाश खेर भी शामिल हुए हैं. हालांकि, कैलाश खेर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का निमंत्रण पाने के बाद खुद को काफी भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं.

देहरादून पहुंचे पद्मश्री कैलाश खेर ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि पूरा देश ही नहीं बल्कि, पूरा विश्व राम मय हो गया है. यह राम युग की शुरुआत है. राम युग के प्रारंभ में तीनों लोकों में उत्सव मन रहा है, और ये तो हिमालय की तलहटी है जिसका नाम देहरादून है. ये महादेव के चरणों की धूलि की जगह है. ऐसे में जब भगवान राम की सवारी उतरती है तो भगवान शिव ही अगवानी करते हैं.

कैलाश खेर ने कहा कि ये राम युग है. जो होना चाहिए था, अब वो हो रहा है. जब हृदय में परमात्मा जग जाता है, तब मनुष्य वही करता है, जो करना चाहिए था. पहले भी लोग रह रहे थे. लेकिन बहुत कुछ अनुचित हो रहा था. लेकिन अब सब उचित हो रहा है. क्योंकि अब राम आए हैं. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उन्हें भी निमंत्रण मिला है. उनके बड़ों ने उन्हें आमंत्रित किया है. ऐसे में वे वहां जाएंगे. भगवान राम के चरणों को निहारेंगे और भगवान भी उन्हें देखकर कहेंगे कि उनका बालक आया है.
ये भी पढ़ेंः देहरादून में धामी सरकार का राम राग कार्यक्रम, कैलाश खेर, कन्हैया मित्तल बहाएंगे भक्ति की 'गंगा'

वहीं, उत्तराखंड वासियों को संदेश देते हुए कैलाश खेर ने कहा कि अब पलायन नहीं करना है. बल्कि हमारी देवभूमि को ही जागृत करना है. क्योंकि अब राम जग गए हैं. भोले बाबा जग गए हैं. ऐसे में आत्मा को जगाइए. उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी परेशानियां होती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अंसतोष में रहें. लिहाजा अब बड़ों का साथ दें. जहां भी कमी लगे बड़ी विनम्रता के साथ पूछिए. कोई भी समस्या हो उस समस्या के और ज्यादा वृद्धिकर्ता मत बनिए. बल्कि उस समस्या के हल के लिए पूछिए कि उसके समाधान के लिए क्या करें.

ईटीवी भारत की कैलाश खेर से खास बातचीत

देहरादून (उत्तराखंड): अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने जा रहा है. जिसको लेकर देश ही नहीं बल्कि विश्व भर में प्रभु राम के नारों की गूंज सुनाई दे रही है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी राम राग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें अध्यात्म सिंगर पद्मश्री कैलाश खेर भी शामिल हुए हैं. हालांकि, कैलाश खेर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का निमंत्रण पाने के बाद खुद को काफी भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं.

देहरादून पहुंचे पद्मश्री कैलाश खेर ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि पूरा देश ही नहीं बल्कि, पूरा विश्व राम मय हो गया है. यह राम युग की शुरुआत है. राम युग के प्रारंभ में तीनों लोकों में उत्सव मन रहा है, और ये तो हिमालय की तलहटी है जिसका नाम देहरादून है. ये महादेव के चरणों की धूलि की जगह है. ऐसे में जब भगवान राम की सवारी उतरती है तो भगवान शिव ही अगवानी करते हैं.

कैलाश खेर ने कहा कि ये राम युग है. जो होना चाहिए था, अब वो हो रहा है. जब हृदय में परमात्मा जग जाता है, तब मनुष्य वही करता है, जो करना चाहिए था. पहले भी लोग रह रहे थे. लेकिन बहुत कुछ अनुचित हो रहा था. लेकिन अब सब उचित हो रहा है. क्योंकि अब राम आए हैं. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उन्हें भी निमंत्रण मिला है. उनके बड़ों ने उन्हें आमंत्रित किया है. ऐसे में वे वहां जाएंगे. भगवान राम के चरणों को निहारेंगे और भगवान भी उन्हें देखकर कहेंगे कि उनका बालक आया है.
ये भी पढ़ेंः देहरादून में धामी सरकार का राम राग कार्यक्रम, कैलाश खेर, कन्हैया मित्तल बहाएंगे भक्ति की 'गंगा'

वहीं, उत्तराखंड वासियों को संदेश देते हुए कैलाश खेर ने कहा कि अब पलायन नहीं करना है. बल्कि हमारी देवभूमि को ही जागृत करना है. क्योंकि अब राम जग गए हैं. भोले बाबा जग गए हैं. ऐसे में आत्मा को जगाइए. उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी परेशानियां होती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अंसतोष में रहें. लिहाजा अब बड़ों का साथ दें. जहां भी कमी लगे बड़ी विनम्रता के साथ पूछिए. कोई भी समस्या हो उस समस्या के और ज्यादा वृद्धिकर्ता मत बनिए. बल्कि उस समस्या के हल के लिए पूछिए कि उसके समाधान के लिए क्या करें.

Last Updated : Jan 10, 2024, 10:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.