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सीतारमण का पलटवार- IT रेड के लिए क्या चुनाव के बाद मुहूर्त का इंतजार करें?

यूपी के इत्र कारोबारी समेत अन्य जगहों पर जांच एंजेंसियों की छापेमारी को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (nirmala sitharaman) ने पलटवार किया है. वित्तमंत्री ने कहा कि क्या हमें चुनाव के बाद मुहूर्त का इंतजार करना चाहिए या आज ही चोर को पकड़ना चाहिए?.

sitharaman akhilesh
सीतारमण अखिलेश
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Published : Dec 31, 2021, 5:05 PM IST

Updated : Dec 31, 2021, 5:34 PM IST

नई दिल्ली : यूपी के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर छापेमारी को लेकर सपा के बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि कानून और प्रवर्तन एजेंसियां प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर छापे और तलाशी की कार्रवाई करती हैं. कर छापे को राजनीति से प्रेरित बताए जाने के विपक्ष के आरोप पर सीतारमण ने कहा, क्या कर अधिकारी कार्रवाई के बाद खाली हाथ लौटे?

माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में वित्त मंत्री ने कहा, आज के आयकर छापे (इत्र व्यवसायियों और एसपी एमएलसी पुष्पराज जैन और अन्य की संपत्तियों पर) की कार्रवाई पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर की जा रही है. आज के आईटी छापे में असंबद्ध सामग्री सामने आ रही है.

  • #WATCH | He (SP chief) should not raise doubts about the professionalism of the organization. The height of (seized) cash is proof that law enforcement agencies are working honestly... Should we wait for post-poll 'muhurta' or catch the thief today itself?: FM Nirmala Sitharaman pic.twitter.com/r3CyIcmw66

    — ANI (@ANI) December 31, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीतारमण ने कहा कि उन्हें (सपा प्रमुख) संगठन को संदेह नहीं करना चाहिए. जब्त नकदी सबूत है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​ईमानदारी से काम कर रही हैं... क्या हमें चुनाव के बाद मुहूर्त का इंतजार करना चाहिए या आज ही चोर को पकड़ना चाहिए?.

वित्त मंत्री ने कहा, यह भाजपा का पैसा नहीं

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से छापेमारी में बरामद करीब 200 करोड़ रुपये की नकदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नहीं है. उन्होंने कहा कि छापेमारी की कार्रवाई कदम उठाने लायक खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी.

वित्त मंत्री ने कहा, 'यह भारतीय जनता पार्टी का पैसा नहीं है.' उनसे विपक्ष के आरोपों के बारे में सवाल किया गया था. विपक्षी दलों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से बरामद 197.49 करोड़ रुपये भाजपा का धन है और कर अधिकारियों ने जैन के यहां छापेमारी 'भूलवश' कर दी और अब उन दूसरे जैन व्यापारी के यहां छापेमारी की जा रही है जिनके यहां वास्तव में छापेमारी पहले की जानी चाहिए थी.

कार्रवाई का बचाव करते हुए सीतारमण ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव छापेमारी से 'घबरा' गए हैं. उन्होंने कहा, 'आपको कैसे पता कि यह पैसा किसका है? क्या आप उसके साझेदार हैं? क्योंकि केवल साझेदारों को ही पता होता है कि किसका पैसा रखा गया है.'

छापेमारी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर ऐसा होता तो आय कर अधिकारी कार्रवाई के बाद खाली हाथ लौटते. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को छापेमारी की जो कार्रवाई की जा रही है वह भी पुख्ता सूचनाओं के आधार पर ही की जा रही है.

सीतारमण ने कहा कि लॉ इंफोर्सिंग एंजेसी कहीं छापा मारती है तो सूचना के आधार पर मारती है. कानपुर में इत्र कारोबारी के यहां GST की जानकारी के तहत छापा मारा गया, जिसे लेकर पिछले 2 दिनों में इतनी गलत जानकारी फैलाई गई, जिसे समझाने के लिए प्रेस नोट जारी किया गया.

अखिलेश ने दिया था ये बयान

दरअसल सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज में कहा कि लगातार पिछले कई दिनों से पिछले महीने से यह सूचनाएं आ रही थी, कि समाजवादियों के घर या संस्थानों पर भी छापे पड़ेंगे कई बार अखबार में भी छोटी-बड़ी खबरों में पढ़ने को मिलता था कि समाजवादियों के दफ्तरों मेंं छापे पड़ेंगे.

अखिलेश ने कहा कि दिल्ली से जब भी भारतीय जनता पार्टी का यूपी में कार्यक्रम होता है लगता है कि अपने साथ में इन विभागों को भी बुलाते हैं. उन्होंने कहा जहां-जहां चुनाव होता है और उन्हें लगता है कि यह हार रहे हैं वहां पर ये छापा मारते हैं. उन्हें हार का डर सताने लगा है.

पढ़ें- चुनाव में हार के डर से छापा मारते भाजपा के लोग : अखिलेश यादव

बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बाद डीजीजीआई टीम ने आज इत्र व्यापारी सपा एमएसली पुष्पराज जैन के यहां पर छापेमारी की है. पुष्पराज जैन सपा MLC हैं और अखिलेश के करीब माने जाते हैं.

नई दिल्ली : यूपी के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर छापेमारी को लेकर सपा के बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि कानून और प्रवर्तन एजेंसियां प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर छापे और तलाशी की कार्रवाई करती हैं. कर छापे को राजनीति से प्रेरित बताए जाने के विपक्ष के आरोप पर सीतारमण ने कहा, क्या कर अधिकारी कार्रवाई के बाद खाली हाथ लौटे?

माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में वित्त मंत्री ने कहा, आज के आयकर छापे (इत्र व्यवसायियों और एसपी एमएलसी पुष्पराज जैन और अन्य की संपत्तियों पर) की कार्रवाई पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर की जा रही है. आज के आईटी छापे में असंबद्ध सामग्री सामने आ रही है.

  • #WATCH | He (SP chief) should not raise doubts about the professionalism of the organization. The height of (seized) cash is proof that law enforcement agencies are working honestly... Should we wait for post-poll 'muhurta' or catch the thief today itself?: FM Nirmala Sitharaman pic.twitter.com/r3CyIcmw66

    — ANI (@ANI) December 31, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीतारमण ने कहा कि उन्हें (सपा प्रमुख) संगठन को संदेह नहीं करना चाहिए. जब्त नकदी सबूत है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​ईमानदारी से काम कर रही हैं... क्या हमें चुनाव के बाद मुहूर्त का इंतजार करना चाहिए या आज ही चोर को पकड़ना चाहिए?.

वित्त मंत्री ने कहा, यह भाजपा का पैसा नहीं

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से छापेमारी में बरामद करीब 200 करोड़ रुपये की नकदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नहीं है. उन्होंने कहा कि छापेमारी की कार्रवाई कदम उठाने लायक खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी.

वित्त मंत्री ने कहा, 'यह भारतीय जनता पार्टी का पैसा नहीं है.' उनसे विपक्ष के आरोपों के बारे में सवाल किया गया था. विपक्षी दलों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से बरामद 197.49 करोड़ रुपये भाजपा का धन है और कर अधिकारियों ने जैन के यहां छापेमारी 'भूलवश' कर दी और अब उन दूसरे जैन व्यापारी के यहां छापेमारी की जा रही है जिनके यहां वास्तव में छापेमारी पहले की जानी चाहिए थी.

कार्रवाई का बचाव करते हुए सीतारमण ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव छापेमारी से 'घबरा' गए हैं. उन्होंने कहा, 'आपको कैसे पता कि यह पैसा किसका है? क्या आप उसके साझेदार हैं? क्योंकि केवल साझेदारों को ही पता होता है कि किसका पैसा रखा गया है.'

छापेमारी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर ऐसा होता तो आय कर अधिकारी कार्रवाई के बाद खाली हाथ लौटते. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को छापेमारी की जो कार्रवाई की जा रही है वह भी पुख्ता सूचनाओं के आधार पर ही की जा रही है.

सीतारमण ने कहा कि लॉ इंफोर्सिंग एंजेसी कहीं छापा मारती है तो सूचना के आधार पर मारती है. कानपुर में इत्र कारोबारी के यहां GST की जानकारी के तहत छापा मारा गया, जिसे लेकर पिछले 2 दिनों में इतनी गलत जानकारी फैलाई गई, जिसे समझाने के लिए प्रेस नोट जारी किया गया.

अखिलेश ने दिया था ये बयान

दरअसल सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज में कहा कि लगातार पिछले कई दिनों से पिछले महीने से यह सूचनाएं आ रही थी, कि समाजवादियों के घर या संस्थानों पर भी छापे पड़ेंगे कई बार अखबार में भी छोटी-बड़ी खबरों में पढ़ने को मिलता था कि समाजवादियों के दफ्तरों मेंं छापे पड़ेंगे.

अखिलेश ने कहा कि दिल्ली से जब भी भारतीय जनता पार्टी का यूपी में कार्यक्रम होता है लगता है कि अपने साथ में इन विभागों को भी बुलाते हैं. उन्होंने कहा जहां-जहां चुनाव होता है और उन्हें लगता है कि यह हार रहे हैं वहां पर ये छापा मारते हैं. उन्हें हार का डर सताने लगा है.

पढ़ें- चुनाव में हार के डर से छापा मारते भाजपा के लोग : अखिलेश यादव

बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बाद डीजीजीआई टीम ने आज इत्र व्यापारी सपा एमएसली पुष्पराज जैन के यहां पर छापेमारी की है. पुष्पराज जैन सपा MLC हैं और अखिलेश के करीब माने जाते हैं.

Last Updated : Dec 31, 2021, 5:34 PM IST
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