नई दिल्ली: वरिष्ठ अधिवक्ता आर. वेंकटरमणी को बुधवार को देश का नया अटॉर्नी जनरल (AG) नियुक्त (R Venkataramani Attorney General) किया गया. उनका कार्यकाल तीन साल का होगा. सरकार द्वारा जारी एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है. वह केके वेणुगोपाल का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है. अटॉर्नी जनरल (AG) भारत सरकार का पहला कानून अधिकारी होता है, और देश के सभी न्यायालयों में सुनवाई का अधिकार रखता है.
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू के कार्यालय ने ट्वीट कर कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणी को भारत के महान्यायवादी के पद पर नियुक्त किया है. उनकी नियुक्ति 1 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी होगी.
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माननीय राष्ट्रपति, श्री आर. वेंकटरमणी, वरिष्ठ अधिवक्ता को दिनांक 1 अक्टूबर, 2022 से भारत के महान्यायवादी के पद पर नियुक्त करती हैं।
— Office of Kiren Rijiju (@RijijuOffice) September 28, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Honorable President is pleased to appoint Shri R. Venkataramani, Senior Advocate as Attorney General for India w.e.f. 1st October 2022. pic.twitter.com/MnChp8TRGv
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— Office of Kiren Rijiju (@RijijuOffice) September 28, 2022
Honorable President is pleased to appoint Shri R. Venkataramani, Senior Advocate as Attorney General for India w.e.f. 1st October 2022. pic.twitter.com/MnChp8TRGvमाननीय राष्ट्रपति, श्री आर. वेंकटरमणी, वरिष्ठ अधिवक्ता को दिनांक 1 अक्टूबर, 2022 से भारत के महान्यायवादी के पद पर नियुक्त करती हैं।
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Honorable President is pleased to appoint Shri R. Venkataramani, Senior Advocate as Attorney General for India w.e.f. 1st October 2022. pic.twitter.com/MnChp8TRGv
91 वर्षीय वेणुगोपाल को जुलाई 2017 में इस पद पर नियुक्त किया गया था. उन्हें 29 जून को तीन महीने के लिए देश के शीर्ष कानून अधिकारी के रूप में पुन: नियुक्त किया गया था. वेणुगोपाल ने अपनी बढ़ती उम्र की वजह से संवैधानिक पद पर बने रहने के प्रति अनिच्छा जाहिर की थी. एक अन्य वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कुछ दिन पहले अटॉर्नी जनरल बनने की पेशकश को ठुकरा दिया था. रोहतगी पहली नरेंद्र मोदी सरकार में जून 2014 से जून 2017 के बीच अटॉर्नी जनरल रहे थे. वेणुगोपाल ने रोहतगी की जगह ली थी.
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