नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश के लोगों को प्राचीन हिंदू त्योहार 'छठ' के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं. 'छठ' पर्व पर सूर्य देवता की पूजा की जाती है. प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट किया,'महापर्व छठ के संध्या अर्घ्य के शुभ अवसर पर आपके परिवार के सभी सदस्यों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ.
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महापर्व छठ के संध्या अर्घ्य के पावन अवसर पर अपने सभी परिवारजनों को मेरी अनंत शुभकामनाएं। सूर्यदेव की वंदना हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे। जय छठी मइया!
— Narendra Modi (@narendramodi) November 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Narendra Modi (@narendramodi) November 19, 2023महापर्व छठ के संध्या अर्घ्य के पावन अवसर पर अपने सभी परिवारजनों को मेरी अनंत शुभकामनाएं। सूर्यदेव की वंदना हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे। जय छठी मइया!
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सूर्य देव की आराधना हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे. जय छठी मैया! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी छठ पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और प्रार्थना की कि भगवान भास्कर और छठी मैया के आशीर्वाद से दुनिया सुख, समृद्धि और शुभ समाचारों से जगमगा उठे. मुख्यमंत्री योगी ने एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट किया,'सूर्य उपासना एवं लोक आस्था के महापर्व 'छठ' पर सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! मेरी कामना है कि भगवान भास्कर और छठी मैया की पावन कृपा से संपूर्ण विश्व सुख, समृद्धि और सौभाग्य की रोशनी से जगमग हो. जय छठी मैया!
इससे पहले शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी छठ पूजा के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और उनसे हमारे जल संसाधनों और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाकर प्रकृति का सम्मान करने का संकल्प लेने को कहा.इस दिन सूर्य देव के साथ-साथ छठी मैया की भी पूजा की जाती है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार छठी मैया (या छठी माता) बच्चों को बीमारियों और समस्याओं से बचाती हैं और उन्हें लंबी उम्र और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करती हैं.
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सूर्योपासना और लोक आस्था के महापर्व 'छठ' की सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 19, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
भगवान भास्कर और छठी मइया के पावन आशीर्वाद से चराचर जगत सुख, समृद्धि व सौभाग्य के आलोक से आलोकित रहे, यही अभिलाषा है।
जय छठी मइया! pic.twitter.com/rrIY7W3VHZ
">सूर्योपासना और लोक आस्था के महापर्व 'छठ' की सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं!
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भगवान भास्कर और छठी मइया के पावन आशीर्वाद से चराचर जगत सुख, समृद्धि व सौभाग्य के आलोक से आलोकित रहे, यही अभिलाषा है।
जय छठी मइया! pic.twitter.com/rrIY7W3VHZसूर्योपासना और लोक आस्था के महापर्व 'छठ' की सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 19, 2023
भगवान भास्कर और छठी मइया के पावन आशीर्वाद से चराचर जगत सुख, समृद्धि व सौभाग्य के आलोक से आलोकित रहे, यही अभिलाषा है।
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देवी प्रकृति के छठे रूप और भगवान सूर्य की बहन छठी मैया को त्योहार की देवी के रूप में पूजा जाता है. यह दीपावली के छह दिन बाद हिंदू कैलेंडर विक्रम संवत में कार्तिक (अक्टूबर-नवंबर) के चंद्र महीने के छठे दिन मनाया जाता है. अनुष्ठान चार दिनों तक मनाए जाते हैं, जिसमें पवित्र स्नान, उपवास और पीने के पानी (व्रत) से परहेज करना, जल में खड़ा होना और प्रसाद (प्रार्थना प्रसाद) चढ़ाना और डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देना शामिल है.
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कुछ भक्त नदी तट की ओर जाते समय साष्टांग भी करते हैं. पर्यावरणविदों का दावा है कि छठ का त्योहार दुनिया में सबसे अधिक पर्यावरण-अनुकूल धार्मिक त्योहारों में से एक है. सभी भक्त समान प्रसाद तैयार करते हैं. यह त्योहार नेपाल और भारतीय राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में सबसे व्यापक रूप से मनाया जाता है.