नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम ने 12 हजार कर्मचारियों को स्थाई करने का प्रस्ताव पास कर दिया. मेयर महेश कुमार ने बताया कि हाउस में सभी अस्थाई कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आम आदमी पार्टी की ओर से जनता से हाउस टैक्स को लेकर जो वादा किया गया था. वह प्रस्ताव भी पास कर दिया गया है, जिसमें 100 गज से नीचे के सभी मकानों का हाउस टैक्स माफ, 100 से 500 गज तक के मकानों का हाउस टैक्स आधा करने और 1300 हाउसिंग सोसाइटी को भी समय पर हाउस टैक्स जमा करने पर 25 प्रतिशत की छूट शामिल है.
हाउस टैक्स माफ करने पर भाजपा ने किया हंगामा : दिल्ली नगर निगम के मेयर महेश कुमार ने कहा कि दिल्ली की जनता को सुविधा देने के इस प्रस्ताव का भाजपा ने काफ़ी विरोध किया और सदन में हंगामा किया, लेकिन हंगामे के बीच प्रस्ताव पास हो गया और सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जनता और कर्मचारियों से किए गए वादे को पूरा कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पूरा नंबर हैं. सदन में जरूरी संख्या 70 से ज्यादा पार्षद मौजूद थे.
दलित मेयर के माइक को छीना गया: नेता सदन ने कहा कि सदन में भाजपा के पार्षदों ने गुंडागर्दी की और उनके हाथ से प्रस्ताव की कॉपी को छीनकर फाड़ दी. इसके साथ ही दलित मेयर के माइक को छीनकर फेंका गया. उन्होंने कहा कि ये दलित का अपमान है. उन्होंने कहा कि मेयर के डेस्क पर पहुंच कर भाजपा पार्षदों ने मेयर को मारने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने प्राइवेट बिल लाकर अपना वादा पूरा किया है.
बैठक शुरू होते वक्त पार्षदों का हंगामा: इससे पहले दिल्ली नगर निगम की बैठक शुरू होते ही भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. नेता सदन के हाथों से एजेंडा की कॉपी को छीनकर भाजपा पार्षदों ने फाड़ दिया. इस दौरान भाजपा के पार्षदों ने मेयर की डेस्क पर रखी कॉपी को भी फाड़ दिया और माइक में भी तोड़फोड़ की गई. इसके विरोध में आम आदमी पार्टी के पार्षद ने भी 12000 निगम कर्मचारियों को पक्का करने के पंपलेट को लहराया और जमकर नारेबाजी की.
पार्षद करने लगे नारेबाजी: हंगामा होता देख मेयर हाउस छोड़कर बाहर चले गए. और भाजपा पार्षदों ने मेयर की डेस्क पर खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी. फिलहाल सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई है और दोनों तरफ से जमकर नारेबाजी की गई है. बता दें कि आम आदमी पार्टी की तरफ से 12 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव लाया गया था.