गुवाहाटी : असम के डिमा हसाओ जिले के दिओंगमुख में दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (डीएनएलए) के संदिग्ध उग्रवादियों ने पांच ट्रकों पर अंधाधुंध गोलीबारी करने के साथ ही उनमें आग लगा दी. घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति घायल हो गया.
घटना गुरुवार रात करीब नौ बजे हाफलोंग से 120 किलोमीटर दूर रेंजरबिल इलाके में हुई. घटना में डीएनएलए के संदिग्ध उग्रवादियों के शामिल होने का संदेह है. बताया जाता है कि संदिग्ध उग्रवादियों का एक समूह रेंजरबिल इलाके में पहुंचा और गोलीबारी शुरू कर दी. गोलीबारी में पांच ट्रक चालकों की मौत हो गई. इनमें से चार ट्रक चालकों की पहचान नहीं हो सकी है. एक ड्राइवर की पहचान गौर मजूमदार के रूप में की गई है.
वहीं फायरिंग के बाद उग्रवादियों ने ट्रकों में पेट्रोल डालकर आग लगा दी. ट्रक में कम से कम 10 लोग सवार थे जिनके बारे में पुलिस को संदेह है कि इससे मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.
पुलिस ने कहा कि रात 9 आठ बजे हथियारबंद लोगों के एक समूह ने ट्रकों को रोका, जिनमें छह सीमेंट और एक कोयले से लदा था और उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. डिमा हसाओ के पुलिस अधीक्षक जयंत सिंह ने कहा, 'समूह ने कई मिनट तक वाहनों पर गोलीबारी की और फिर उनमें आग लगा दी. इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और एक घायल हो गया. ये सभी ट्रक के ड्राइवर और हेल्पर हैं.' जयंत सिंह ने कहा, घटना के तुरंत बाद अतिरिक्त बल मौके पर पहुंचे और घटना में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है.
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इससे पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर डिमा हसाओ जिले के माईबांग में गोलियां चलाने की घटना की जिम्मेदारी डीएनएलए ने ली थी. साथ ही संगठन ने कहा था किआस-पास के गांवों के कुछ लोगों ने सुरक्षा बलों को संगठन की गतिविधियों की जानकारी लीक कर दी थी जिससे लोगों में डर पैदा करने के लिए उग्रवादी संगठन ने गोलियां चलाई थीं.
बता दें कि अप्रैल 2019 में गठित, डीएनएलए एक सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से डिमासा समुदाय के लिए एक स्वतंत्र देश की मांग करता है. हाल के महीनों में संगठन के सदस्य सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं या आत्मसमर्पण कर चुके हैं.