उत्तरकाशी: भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सेना की मदद के लिए सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation) हमेशा तत्पर रहती है. सीमा सड़क संगठन ने पहली बार शीतकाल में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर नागा में डेटा पोस्ट खोली है. जिससे बर्फबारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाली सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नेलांग-नीलापानी-सोनम और नेलांग-नागा-जाडुंग सड़क को खुला रखा जा सके. सेना और ITBP के जवानों को बॉर्डर तक पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या से दो-चार न होना पड़े.
गौरतलब हो कि BRO के अधिकारी जवान और मजदूर भारी बर्फबारी के बीच माइनस 0 डिग्री से कम तापमान में लगातार सुक्की से गंगोत्री और भैरो घाटी से नीलापानी तक सड़क को सुचारू करने में जुटे हैं. सोमवार को BRO ने सुक्की से भैरोघाटी तक 4×4 वाहनों और चेन लगे टायर वाले वाहनों की आवाजाही के लिए गंगोत्री हाईवे खोल दिया है.
BRO के OC मेजर वीनू वीएस ने बताया कि वर्तमान में गंगोत्री हाईवे पर हिमाच्छादित सड़क और भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाली भैरोघाटी-नेलांग-नागा और नेलांग-नागा-जाडुंग-नीलापानी सड़क को बर्फबारी के दौरान सुचारू रखने के लिए BRO के 2 अधिकारी समेत 5 जेई, 22 ग्रिफ जवान और 55 जवान तैनात हैं. बताया कि पहली बार शीतकाल में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर नागा में BRO की (डेटा) पोस्ट खोली गई है. जहां पर 6 जवान BRO की मशीनरी के साथ तैनात हैं. इससे पूर्व BRO की मात्र ग्रीष्मकाल में ही अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पोस्ट रहती थी.
इस वर्ष सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नागा में भी BRO की पोस्ट खोली गई है. अब बर्फबारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सड़क को सुचारू रखा जा सकेगा. मेजर वीनू वीएस ने बताया कि सुक्की से गंगोत्री और भैरोघाटी से नेलांग-नागा अंतरराष्ट्रीय सीमा की सड़क को सुचारू रखने के लिए BRO के सहायक अभियंता केपी सिलसवाल और सहायक अभियंता रतन कुमार के नेतृत्व में हर्षिल, गंगोत्री और नेलांग, नागा घाटी में भारी बर्फबारी के बीच BRO की टीम काम कर रही है. करीब 3 से 4 फीट की बर्फबारी के बीच BRO की मशीनरी अंतरराष्ट्रीय सीमा को मुस्तैद रखने के लिए कार्य कर रही है. वहीं नागा में पोस्ट खुलने से सेना के जवानों को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आवाजाही में कारगर साबित होगी.
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