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उत्तराखंड में साइबर ठगों की 'डिजिटल अरेस्ट' में फंसे रिटायर्ड टीचर, 34 करोड़ की ठगी का दिखाया डर, फर्जी वारंट भी भेजा

Digital Arrest in Ramnagar उत्तराखंड के रामनगर में एक रिटायर्ड टीचर उस वक्त खौफ में आ गए, जब उनके पास साइबर ठगों ने गिरफ्तारी का डर दिखाकर 'डिजिटल अरेस्ट' कर दिया. शातिर ठगों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और फर्जी वारंट भी भेज दिया. हालांकि, बाद में रिटायर्ड टीचर ने मामला फर्जी और ठगी होने का एहसास कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

Digital Arrest in Ramnagar
'डिजिटल अरेस्ट' में फंसे रिटायर्ड टीचर
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 13, 2023, 7:54 PM IST

Updated : Dec 13, 2023, 9:59 PM IST

साइबर ठगों की 'डिजिटल अरेस्ट' में फंसे रिटायर्ड टीचर,

रामनगर (उत्तराखंड): नैनीताल के रामगर शहर के नंदा लाइन निवासी रिटायर्ड टीचर संतोष मेहरोत्रा के साथ डिजिटल ठगी करने के प्रयास का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. वीडियो कॉल के जरिए ठगों ने पुलिस अधिकारी बन संतोष मेहरोत्रा को गिरफ्तारी का डर दिखाकर बड़ी ठगी की कोशिश की. हालांकि, ऐन वक्त पर संतोष मेहरोत्रा को भनक लग गई और बड़ी घटना होने से बच गई. इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

पीड़ित रिटायर्ड शिक्षक संतोष मेहरोत्रा ने बताया कि बीते रोज उनके पास एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया. जिसने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति ने उनकी बात करवाई, जो पुलिस की वर्दी में बैठा था. इन लोगों ने संतोष मेहरोत्रा से कहा कि उन्होंने फर्जी तरीके से लोगों को विदेश भेजने के साथ ही 34 करोड़ रुपए की ठगी की है और इसलिए उनके सभी बैंक खाते सील कर दिए गए हैं. संतोष मेहरोत्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही गिरफ्तारी वारंटी जारी किए जाने की बात भी कही गई.

Kotwali Ramnagar Nainital
कोतवाली रामनगर नैनीताल

शिक्षक ने बताया कि ठगों ने उनसे कहा कि वो अपने कमरे का दरवाजा बंद कर दें और कमरे के अंदर किसी को भी ना आने दें. घबराए हुए संतोष मेहरोत्रा बात मानते हुए करीब आधे घंटे तक कमरे में ही कैद रहे. अपनी बात पुख्ता करने के लिए ठगों ने संतोष मेहरोत्रा के फोन पर फर्जी वारंट भी भेज दिए. हालांकि, इसी दौरान संतोष मेहरोत्रा को एहसास हुआ कि ये लोग ठग हैं. ऐसे में उन्होंने सतर्कता दिखाते हुए ठगों की डिमांड से पहले ही फोन काट दिया और तुरंत घटना की जानकारी परिजनों और पुलिस को दी. संतोष मेहरोत्रा ने बताया कि उन्होंने साइबर सेल के फोन नंबर पर भी कॉल किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ. फिर सीधे पुलिस से संपर्क किया गया.

क्या बोली पुलिस? मामले को लेकर रामनगर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि शिक्षक ठगी का शिकार होने से बच गए, लेकिन फिर भी मामले की जांच की जा रही है और इस मामले में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. कोतवाल ने सभी लोगों से इस प्रकार के ठगों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि यदि इस प्रकार का कोई फोन आए तो संबंधित थाने और साइबर सेल को इसकी तुरंत जानकारी दें.
ये भी पढ़ेंः श्रीनगर में सेक्सटॉर्शन का शिकार हो रहे लोग, लोक-लाज से नहीं आ रहे सामने

साइबर ठगों की 'डिजिटल अरेस्ट' में फंसे रिटायर्ड टीचर,

रामनगर (उत्तराखंड): नैनीताल के रामगर शहर के नंदा लाइन निवासी रिटायर्ड टीचर संतोष मेहरोत्रा के साथ डिजिटल ठगी करने के प्रयास का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. वीडियो कॉल के जरिए ठगों ने पुलिस अधिकारी बन संतोष मेहरोत्रा को गिरफ्तारी का डर दिखाकर बड़ी ठगी की कोशिश की. हालांकि, ऐन वक्त पर संतोष मेहरोत्रा को भनक लग गई और बड़ी घटना होने से बच गई. इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

पीड़ित रिटायर्ड शिक्षक संतोष मेहरोत्रा ने बताया कि बीते रोज उनके पास एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया. जिसने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति ने उनकी बात करवाई, जो पुलिस की वर्दी में बैठा था. इन लोगों ने संतोष मेहरोत्रा से कहा कि उन्होंने फर्जी तरीके से लोगों को विदेश भेजने के साथ ही 34 करोड़ रुपए की ठगी की है और इसलिए उनके सभी बैंक खाते सील कर दिए गए हैं. संतोष मेहरोत्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही गिरफ्तारी वारंटी जारी किए जाने की बात भी कही गई.

Kotwali Ramnagar Nainital
कोतवाली रामनगर नैनीताल

शिक्षक ने बताया कि ठगों ने उनसे कहा कि वो अपने कमरे का दरवाजा बंद कर दें और कमरे के अंदर किसी को भी ना आने दें. घबराए हुए संतोष मेहरोत्रा बात मानते हुए करीब आधे घंटे तक कमरे में ही कैद रहे. अपनी बात पुख्ता करने के लिए ठगों ने संतोष मेहरोत्रा के फोन पर फर्जी वारंट भी भेज दिए. हालांकि, इसी दौरान संतोष मेहरोत्रा को एहसास हुआ कि ये लोग ठग हैं. ऐसे में उन्होंने सतर्कता दिखाते हुए ठगों की डिमांड से पहले ही फोन काट दिया और तुरंत घटना की जानकारी परिजनों और पुलिस को दी. संतोष मेहरोत्रा ने बताया कि उन्होंने साइबर सेल के फोन नंबर पर भी कॉल किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ. फिर सीधे पुलिस से संपर्क किया गया.

क्या बोली पुलिस? मामले को लेकर रामनगर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि शिक्षक ठगी का शिकार होने से बच गए, लेकिन फिर भी मामले की जांच की जा रही है और इस मामले में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. कोतवाल ने सभी लोगों से इस प्रकार के ठगों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि यदि इस प्रकार का कोई फोन आए तो संबंधित थाने और साइबर सेल को इसकी तुरंत जानकारी दें.
ये भी पढ़ेंः श्रीनगर में सेक्सटॉर्शन का शिकार हो रहे लोग, लोक-लाज से नहीं आ रहे सामने

Last Updated : Dec 13, 2023, 9:59 PM IST
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