देहरादून (उत्तराखंड): दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर से सफर करने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा. बीते दिनों जब सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपने तीन दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड आए थे, तब उन्होंने कहा था कि 1 जनवरी 2024 से इस कॉरिडोर या एक्सप्रेस वे को खोल दिया जाएगा, लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. हालांकि, अभी तक काफी हद तक काम पूरा हो गया है, लेकिन काम को पूरा होने में 4 से 5 महीने और लग सकते हैं.
-
The upcoming 6-lane access-controlled greenfield economic corridor, spanning 210 km, is set to offer uninterrupted connectivity from #Delhi to #Dehradun. Here are some glimpses of its construction in full swing #NHAI #HighwaysofGrowth #BuildingANation pic.twitter.com/W6vet5jD7C
— NHAI (@NHAI_Official) December 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">The upcoming 6-lane access-controlled greenfield economic corridor, spanning 210 km, is set to offer uninterrupted connectivity from #Delhi to #Dehradun. Here are some glimpses of its construction in full swing #NHAI #HighwaysofGrowth #BuildingANation pic.twitter.com/W6vet5jD7C
— NHAI (@NHAI_Official) December 13, 2023The upcoming 6-lane access-controlled greenfield economic corridor, spanning 210 km, is set to offer uninterrupted connectivity from #Delhi to #Dehradun. Here are some glimpses of its construction in full swing #NHAI #HighwaysofGrowth #BuildingANation pic.twitter.com/W6vet5jD7C
— NHAI (@NHAI_Official) December 13, 2023
ऊपर दौड़ेगी गाड़ियां, नीचे आराम से आर पार जाएंगे जानवर: एशिया के सबसे बड़े एलिवेटेड रोड में से एक दिल्ली देहरादून कॉरिडोर के 9 किलोमीटर के उस हिस्सा का काम पूरा हो चुका है. जिसके ऊपर से गाड़ियां चलेंगी और नीचे से जानवर बेफ्रिक आना-जाना करेंगे. ऐसे में यह हिस्सा सबसे खूबसूरत रहने वाला है. कॉरिडोर के एलिवेटेड होने की वजह से जानवरों की जान भी बच पाएगी. खास बात ये जानवर वाहनों की चपेट में आने से बचेंगे और वो इस छोर से उस छोर भी आसानी आ जा सकेंगे.
मंत्री गडकरी को थी ये उम्मीद: देहरादून दिल्ली एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा है. दिल्ली के अक्षरधाम से देहरादून तक आने वाले इस एक्सप्रेसवे में कई तरह की सुविधाएं होंगी. अभी तेजी से काम चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार और सड़क एवं परिवहन मंत्री की डेडलाइन के अनुसार यह काम थोड़ा देरी से पूरा होगा. नितिन गडकरी चाहते थे कि 1 जनवरी 2024 तक इस काम को पूरा कर लिया जाए, लेकिन अभी तक इसका कार्य पूरा नहीं हो सकता है.
सिर्फ उत्तराखंड नहीं यूपी को भी फायदा: इस कॉरिडोर की सबसे खास बात ये है कि अब तक दिल्ली से देहरादून आने में करीब 6 घंटे का वक्त लगता है, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद 2.5 घंटे में दिल्ली से देहरादून की दूरी तय की जा सकेगी. इससे पहले जब नितिन गडकरी उत्तराखंड प्रवास पर आए थे, तब उन्होंने कहा था कि वो इस एक्सप्रेसवे के काम से पूरी तरह से अभी संतुष्ट नहीं है. उन्होंने तमाम कंपनियों को काम में तेजी लाकर पूरा करने को कहा था.
ये भी पढ़ेंः Delhi Dehradun Economic Corridor से दिल्ली पहुंचना होगा आसान, उछले प्रॉपर्टी के दाम
यह एक्सप्रेसवे न केवल दिल्ली से उत्तराखंड को जोड़ेगा. बल्कि बागपत, शामली और सहारनपुर भी इस एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएंगे. करीब 210 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में दिल्ली से गाजियाबाद तक 12 सेक्शन लेन वाला रहेगा. जबकि, बाकी का हिस्सा 6 लेन वाला होगा. जिसका काम करीब पूरा हो गया है. इतना ही नहीं इस एक्सप्रेसवे में चार व्हीकल अंडरपास भी बनाए जा रहे हैं. अक्षरधाम से गीता कॉलोनी शमशान घाट तक यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा.
अगर किसी व्यक्ति को दिल्ली से उत्तर प्रदेश या देहरादून आना है तो उसे किसी भी तरह का कोई मोड या दूसरा एक्सप्रेस वे नहीं चढ़ना होगा. अगर सहारनपुर से कोई व्यक्ति दिल्ली या देहरादून आना चाहता है तो ईस्टर्न पेरिफेरल जंक्शन से ऊपर चढ़कर वो दोनों तरफ का सफर आसानी से कर पाएगा.
इस दिन तक पूरा होना था काम: 210 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे में 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी दौड़ाई जा सकेगी. दिल्ली से अक्षरधाम और उत्तर प्रदेश की सीमा तक 15 मई 2023 तक काम पूरा हो गया था. यह काम लक्ष्य के अनुसार पूरा हुआ. इसके साथ ही सहारनपुर बाईपास तक का काम अगस्त 2023 को पूरा कर लिया.
वहीं, गणेशपुर से देहरादून तक काम पूरा करने की तारीख 3 नवंबर 2023 तक थी. जिसका काम भी तेज गति से चल रहा है. इसके साथ ही सहारनपुर बाईपास से गणेशपुर एक्सेस कंट्रोल तक 2 जुलाई 2023 तक काम पूरा करना था. इस एक्सप्रेसवे का ज्यादातर हिस्सा तय समय के अनुसार पूरा हो गया है, लेकिन अभी भी काफी हिस्सा बचा हुआ है, जो जल्द पूरा होने की उम्मीद है.
दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर की खास बातें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 दिसंबर 2021 को इस इकोनॉमिक कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी. उस वक्त 8300 करोड़ रुपए इसका बजट रखा गया था, लेकिन समय के साथ यह बजट बढ़ता जा रहा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जो एलिवेटेड रोड 12 किलोमीटर की बनने जा रही है, उसमें 1400 करोड़ का खर्च आ रहा है.
ये भी पढ़ेंः देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेस वे को लेकर CM धामी करेंगे योगी आदित्यनाथ से बात, विपक्ष ने उठाए सवाल?
जिसमें 575 पिलर, एक सुरंग शामिल है. अब इसका बजट 1995 करोड़ रुपए हो गया है. इस एक्सप्रेस वे में 110 अंडरपास बनाए जा रहे हैं. जबकि 76 किलोमीटर की लंबी सर्विस रोड होगी. इसके अलावा 29 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड होगा. आने और जाने के 16 पॉइंट बनाए गए हैं, जो इस एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे.
सतपाल महाराज बोले, जल्द दौड़ेगी गाड़ियां: पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि सरकार लगातार अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर काम को तेजी से पूरा करवा रही है. इस मार्ग के बनने से उत्तराखंड के पर्यटन और इकोनॉमी में इजाफा होगा. जैसे ही पर्यटक उत्तराखंड में दाखिल होंगे, वैसे ही वे घने जंगलों का आनंद ले पाएंगे. महाराज की मानें तो सरकार यही उम्मीद कर रही है कि आने वाले 4 से 5 महीनों में गाड़ियां इस मार्ग से दौड़ेने लगेगी.