चेन्नई : तमिलनाडु सरकार ने रविवार को कहा कि उसने 15 से 18 वर्ष तक की उम्र के किशोरों को कोविड-19 रोधी टीके की खुराक देने की तैयारियां शुरू कर दी हैं.
राज्य सरकार का यह कदम तीन जनवरी 2022 से 15 से 18 साल तक की आयु के किशोरों के कोविड रोधी टीकाकरण की शुरुआत करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद आया है.
तमिलनाडु के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री मा सुब्रमण्यन ने राज्य के 50 हजार शिविरों में चल रहे 16वें महा-टीकाकरण अभियान का निरीक्षण करने के बाद कहा कि राज्य में 15 से 18 साल तक की उम्र के 33.20 लाख बच्चे हैं.
सुब्रमण्यन ने संवाददाताओं से कहा, इन बच्चों के लिए तीन जनवरी से टीकाकरण की शुरुआत होगी और उन्हें स्कूल में टीके की खुराक दी जाएगी, उनके लिए विशेष शिविर भी लगाए जाएंगे.
अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीके की बूस्टर खुराक देने की केंद्र की घोषणा का संदर्भ देते हुए मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में करीब 1.40 करोड़ ऐसे लोग हैं जो 10 जनवरी से यह खुराक लेने की अर्हता रखते हैं.
इस बीच, उन्होंने बताया कि वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित 22 उपचाराधीन मरीजों के संपर्क में आए 100 से अधिक लोगों में नए स्वरूप के लक्षण मिले हैं और उन्हें पृथक-वास में रखा गया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राजीव गांधी राजकीय अस्पताल में ओमीक्रोन मरीजों के इलाज के लिए तैयार वार्ड का निरीक्षण किया.
यह भी पढ़ें- 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों को टीका, फ्रंट लाइन वर्कर्स और बुजुर्गों को बूस्टर डोज : पीएम मोदी
वहीं, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बताया कि कर्नाटक में 97 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड-19 की पहली खुराक और 75 प्रतिशत पात्र जनसंख्या को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश दिया है कि अब सभी पात्र लोगों को पहली खुराक देने के लक्ष्य पर जोर दिया जाना चाहिए.
उन्होंने तीन जनवरी से 15 से 18 साल तक की आयु के किशोरों का टीकाकरण आरंभ किए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का स्वागत किया और बताया कि राज्य में इस आयुवर्ग के करीब 43 लाख किशोर हैं. सुधाकर ने कहा, 'हम इसे गंभीरता से लेंगे और रिकॉर्ड समय में तीसरी खुराक देने की कोशिश करेंगे.'
सुधाकर ने कहा कि मुख्यमंत्री राज्य में टीकाकरण मुहिम के इस चरण की शुरुआत करेंगे.प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी घोषणा की है कि 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को चिकित्सकों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी.
(एजेंसी इनपुट)