काबुल / न्यूयॉर्क : काबुल हवाई अड्डे (Kabul Airport) के बाहर दो आत्मघाती हमले (Twin Sucidal Attack) हुए हैं. रूस के विदेश मंत्रालय (Russian Foreign Ministry) ने कहा है कि काबुल में दोहरे हमलों (Kabul Airport Twin Attack) में कम से कम 13 लोग मारे गए हैं. 15 लोगों के घायल होने की भी खबर है. आशंका जताई जा रही है कि यह धमाके आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की ओर से किए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में आईएस द्वारा धमाके की जिम्मेदारी लिए जाने की भी खबरें हैं. हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
धमाकों में कई अमेरिकी नौसेनिकों के मारे जाने की भी खबर है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने धमाकों की निंदा की है.
धमाके में कई लोग घायल हुए हैं. अलग-अलग समाचार एजेंसियों की ओर से सामने आई वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों को अस्पताल भेजा जा रहा है.
इससे पहले अमेरिका ने कहा कि धमाके में अमेरिकी लोग घायल हुए हैं. हालांकि, अमेरिका ने हताहतों की संख्या के संबंध में विस्तार से कोई टिप्पणी नहीं की. पेंटागन के प्रवक्ता ने काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट (Abbey gate) पर धमाके को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने अमेरिकी नागरिकों के घायल होने की पुष्टि भी की.
लोगों को सुरक्षित निकालेगा फ्रांस
एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम में फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा है कि अफगानिस्तान में फ्रांस के राजदूत अफगानिस्तान छोड़ देंगे. समाचार एजेंसी एएफपी ने राष्ट्रपति मैक्रों के हवाले से बताया कि फ्रांस के राजदूत पेरिस के काम करेंगे. इसके अलावा फ्रांस सैकड़ों लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास करेगा.
बता दें कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए धमाके (Kabul Airport Blast) से पहले पश्चिमी देशों ने काबुल में संभावित हमले की चेतावनी दी थी. इस महीने की शुरुआत में तालिबान के अधिग्रहण के बाद से देश से भागने की कोशिश कर रहे हजारों अफगान कई दिनों से हवाई अड्डे पर जमा हैं.
काबुल में हुए धमाके को लेकर अलजजीरा के रिपोर्टर अली एम लतीफी (Ali M Latifi) ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पहला हमला हुआ है. उन्होंने लिखा कि हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Hamid Karzai International Airport) के बाहर धमाके के दौरान हजारों लोग अफगानिस्तान से बाहर जाने की आस में एयरपोर्ट पर लाइन लगाए हुए हैं.
इसके अलावा स्थानीय न्यूज एजेंसी असवाला न्यूज ने भी कई लोगों के घायल होने की खबर दी है.
इससे पहले अमेरिकी रक्षा विभाग (US Defence Department) के मुख्यालय- पेंटागन (Pentagon) से जारी एक बयान में कहा गया है कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर धमाका (Blast outside Kabul Airport) हुआ है. पेंटागन प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि गुरुवार को हुए विस्फोट में हताहतों के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है.
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने काबुल हवाईअड्डे के बाहर विस्फोट की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि धमाके में हताहत हुए लोगों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है.
इसके अलावा बीबीसी पाकिस्तान और अफगानिस्तान के संवाददाता सिकंदर किरमानी ने भी धमाके को लेकर ट्वीट क्या. उन्होंने लिखा कि काबुल में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आत्मघाती हमले को लेकर पश्चिमी देशों की खुफिया रिपोर्ट सामने आई थी. धमाके की खबर पर विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है.
ऑस्ट्रेलिया की एबीसी न्यूज से जुड़ी संवाददाता शियोभान हानेयू (Siobhan Heanue) ने एक ट्वीट में काबुल एयरपोर्ट पर धमाके की खबर का जिक्र किया. उन्होंने लिखा कि ऐसी खबरें सामने आई हैं कि इस्लामिक स्टेट से जुड़ी इकाई (ISKP) काबुल में प्रवेश कर चुकी है. हानेयू ने भी पश्चिमी देशों की खुफिया रिपोर्ट का जिक्र किया, जिनमें काबुल में घातक हमलों की आशंका जताई गई थी.
इसके अलावा स्काई न्यूज के संपादक सैम कोएट्स (Sam Coates) ने भी अपने ट्वीट में काबुल एयरपोर्ट पर धमाके की खबर का जिक्र किया. उन्होंने पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी का ट्वीट रीट्विट कर लिखा कि अमेरिकी सरकार ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर धमाके की पुष्टि की है.
इससे पहले काबुल एयरपोर्ट पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आसूं गैस के गोले दागे गए. बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग मुल्क छोड़ने की कोशिश में हैं और काबुल हवाई अड्डे के जरिए वे देश से निकलना चाह रहे हैं, जिसकी वजह से काबुल हवाई अड्डे के आस-पास भारी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई.
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काबुल पर 15 अगस्त को तालिबान के कब्जे के बाद भारत के आपरेशन देवीशक्ति के तहत वहां से अब तक 800 लोगों को बाहर निकाल कर लाया गया है.
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गौरतलब है कि पिछले दस दिनों में (14-24 अगस्त तक) काबुल हवाईअड्डे से करीब 70,700 लोगों को बाहर निकाला गया है. हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा संभवत: इतना व्यस्त कभी नहीं रहा, क्योंकि कम से कम 26 देशों के विमान चौबीसों घंटे नागरिकों को निकाल रहें हैं.