मेरठ: श्रीकांत त्यागी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के साथ तीन और लोगों को पकड़ा गया है. यूपी पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. आखिरकार मंगलवार सुबह वह पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. नोएडा पुलिस ने श्रीकांत त्यागी की एक और कार बरामद की है जिस पर यूपी विधानसभा का स्टीकर लगा हुआ है. 25 हजार के इनामी श्रीकांत त्यागी को मेरठ से गिरफ्तार किया गया, लेकिन मेरठ पुलिस को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. जिले के अधिकारी इस मामले में अनभिज्ञ नज़र आए. बताया जा रहा है कि मेरठ के श्रद्धापुरी इलाके से से त्यागी की गिरफ्तारी हुई.
वहीं गिरफ्तारी को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी कौन सी बड़ी बात है. कोई अपराध करेगा, तो उसके खिलाफ मुकदमा होगा और उसकी गिरफ्तारी भी होगी. उत्तर प्रदेश में कोई अपराधी नहीं बच सकता है. वहीं मेरठ में बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी के पक्ष में त्यागी समाज की पंचायत त्यागी हॉस्टल में हुई. इसमें नोएडा सांसद के खिलाफ नारेबाज़ी की गयी.
6 अगस्त को सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हुआ था, जिसमें बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) एक महिला पर चिल्लाते और उनसे गाली-गलौच करते नजर आ रहे थे. उस वीडियो के वायरल होने के 24 घंटे बाद ही नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी (Grand Omaxe Society) में 15 लोग जबरन घुस गए और पीड़ित परिवार को धमकी दी. इसके बाद सांसद महेश शर्मा मौके पर पहुंचे और सख्त कार्रवाई की मांग की थी.
त्यागी के घर पर अवैध निर्माण को तोड़ा गया: दूसरी तरफ दबाव बनाने के लिए सोमवार को गालीबाज नेता त्यागी के घर पर अवैध निर्माण को तोड़ा गया और भंगेल में उसकी दुकानों पर GST की छापेमारी भी की गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का खुद संज्ञान लेते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था.
भंगेल मार्केट की 20 दुकानें अवैध मिलीं: श्रीकांत त्यागी नोएडा के भंगेल का रहने वाला है. यहां मार्केट में उसका धर्मकांटा और 40 दुकानें हैं. प्राधिकरण की टीम ने सोमवार को पैमाइश की है. उसकी भंगेल में साढ़े 7 हजार वर्ग मीटर जमीन मिली है. खसरा नंबर 130,131,133 में उसकी जमीन है. 20 दुकानें अवैध हैं. प्राधिकरण अब अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की योजना बना रहा है.
श्रीकांत त्यागी पर 6 मुकदमे दर्ज हैं: सूत्रों के अनुसार, गाजियाबाद पुलिस की जनपदीय सुरक्षा समिति ने 8 अक्टूबर 2018 को पहला गनर श्रीकांत त्यागी को दिया. ठीक इसी दिन 9 जुलाई 2018 को गाजियाबाद पुलिस ने दो अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी दिए. एक दिन में श्रीकांत को तीन-तीन गनर मिल गए.
- 31 अगस्त 2019 को गाजियाबाद पुलिस ने एक और सुरक्षाकर्मी श्रीकांत को दिया यानी टोटल 4 गनर.
- 26 फरवरी 2020 को वापस ली थी सुरक्षा
- त्यागी की पत्नी अनु को गाजियाबाद पुलिस ने 25 जनवरी 2019 के शासनादेश का हवाला देते हुए दो सुरक्षाकर्मी दिए. फिर 13 अप्रैल को एक अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी दिया गया. यानी श्रीकांत के पास 4 और पत्नी अनु त्यागी के पास 3 गनर थे.
- 26 फरवरी 2020 को श्रीकांत और अनु से सभी सात गनर वापस ले लिए गए. पति-पत्नी को को गनर दिए जाने के वक्त गाजियाबाद में DM रितु माहेश्वरी और SSP वैभव कृष्ण थे. रितु माहेश्वरी फिलहाल नोएडा अथॉरिटी CEO हैं और वैभव कृष्ण पुलिस मुख्यालय लखनऊ में SP सिक्योरिटी हैं.
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