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प्रणब मुखर्जी के गृहनगर में उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना जारी, हालत स्थिर

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत स्थिर बनी हुई है. उनकी रक्त का थक्का हटाने के लिए मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी, जिसके बाद से ही इनकी हालत नाजुक बनी हुई थी.

Pranab Mukherjee
प्रणब मुखर्जी
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Published : Aug 13, 2020, 9:31 AM IST

Updated : Aug 13, 2020, 4:23 PM IST

कोलकाता : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. मस्तिष्क में सर्जरी के बाद से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. वह जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं.

प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि मेरे पिताजी हमेशा से ही एक सेनानी रहे हैं. मैं अपने पिता के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं. हमें उनकी जरूरत है.

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अभिजीत मुखर्जी का ट्वीट

अभिजीत मुखर्जी ने कहा, 'मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी अभी जिंदा है और हेमोडायनामिक तौर पर स्थिर हैं.'

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अभिजीत मुखर्जी का ट्वीट

सेना के आर आर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आए हैं. हालत में कोई सुधार नहीं है और वह अब भी गहरी बेहोशी में हैं.

अस्पताल ने एक बयान में कहा, 'प्रणब मुखर्जी की हालत में आज सुबह भी कोई सुधार नहीं आया. वह गहरी बेहोशी में है और अब भी जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं.'

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता की नाजुक हालत पर चिंता व्यक्त की है. शर्मिष्ठा ने ट्वीटर पर लिखा, ठीक एक साल पहले उनके पिता को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था और एक साल बाद अब वह गंभीर रूप से बीमार हैं.

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शर्मिष्ठा मुखर्जी का ट्वीट

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट किया है. 'पिछले साल 8 अगस्त मेरे लिए सबसे खुशी का दिन था, क्योंकि मेरे पिता को भारत रत्न मिला. ठीक एक साल बाद, 10 अगस्त को वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गए. ईश्वर उनके लिए सबसे अच्छा काम करें. मुझे दोनों खुशी और दुख को स्वीकार करने की शक्ति दे.'

इस दौरान ईटीवी भारत की टीम ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उनके पैतृक गांव पहुंचकर लोगों से मुलाकात की. लोगों ने इस दौरान प्रणब मुखर्जी के ठीक होने की कामना की.

प्रणब मुखर्जी का घर

बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की रक्त का थक्का हटाने के लिए मस्तिष्क की सफल सर्जरी की गई थी. सर्जरी से पहले 84 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. वह सेना के आर आर अस्पताल में अभी वेंटिलेटर पर हैं.

इस बीच पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के किरनाहार गांव में उनके जल्दी ठीक होने की कामना को लेकर एक यज्ञ शुरू किया गया. मुखर्जी के पैतृक गांव में शुरू हुआ यह यज्ञ 72 घंटे तक चलेगा.

यह यज्ञ जपेश्वर शिव मंदिर में जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर शुरू हुआ और बिना किसी रूकावट के यह तीन दिन तक जारी रहेगा. मुख्य पुजारी ने इसकी जानकारी दी.

पुजारी ने कहा, 'महामृत्युंजय यज्ञ से प्रणब बाबू के स्वास्थ्य में निश्चित तौर पर सुधार होगा. वह किरनाहार के सपूत हैं.' मुखर्जी की बहन एवं परिवार के अन्य सदस्यों ने उनके ठीक होने के ​लिए प्रार्थना की.

पढ़ें :- प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक, बेटी ने याद किया आठ अगस्त का दिन

सोमवार को मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा था कि उनमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है और उन्होंने पिछले हफ्ते अपने संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारंटाइन में जाने और कोरोना जांच कराने का आग्रह किया था.

कोलकाता : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. मस्तिष्क में सर्जरी के बाद से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. वह जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं.

प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि मेरे पिताजी हमेशा से ही एक सेनानी रहे हैं. मैं अपने पिता के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं. हमें उनकी जरूरत है.

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अभिजीत मुखर्जी का ट्वीट

अभिजीत मुखर्जी ने कहा, 'मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी अभी जिंदा है और हेमोडायनामिक तौर पर स्थिर हैं.'

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अभिजीत मुखर्जी का ट्वीट

सेना के आर आर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आए हैं. हालत में कोई सुधार नहीं है और वह अब भी गहरी बेहोशी में हैं.

अस्पताल ने एक बयान में कहा, 'प्रणब मुखर्जी की हालत में आज सुबह भी कोई सुधार नहीं आया. वह गहरी बेहोशी में है और अब भी जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं.'

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता की नाजुक हालत पर चिंता व्यक्त की है. शर्मिष्ठा ने ट्वीटर पर लिखा, ठीक एक साल पहले उनके पिता को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था और एक साल बाद अब वह गंभीर रूप से बीमार हैं.

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शर्मिष्ठा मुखर्जी का ट्वीट

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट किया है. 'पिछले साल 8 अगस्त मेरे लिए सबसे खुशी का दिन था, क्योंकि मेरे पिता को भारत रत्न मिला. ठीक एक साल बाद, 10 अगस्त को वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गए. ईश्वर उनके लिए सबसे अच्छा काम करें. मुझे दोनों खुशी और दुख को स्वीकार करने की शक्ति दे.'

इस दौरान ईटीवी भारत की टीम ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उनके पैतृक गांव पहुंचकर लोगों से मुलाकात की. लोगों ने इस दौरान प्रणब मुखर्जी के ठीक होने की कामना की.

प्रणब मुखर्जी का घर

बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की रक्त का थक्का हटाने के लिए मस्तिष्क की सफल सर्जरी की गई थी. सर्जरी से पहले 84 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. वह सेना के आर आर अस्पताल में अभी वेंटिलेटर पर हैं.

इस बीच पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के किरनाहार गांव में उनके जल्दी ठीक होने की कामना को लेकर एक यज्ञ शुरू किया गया. मुखर्जी के पैतृक गांव में शुरू हुआ यह यज्ञ 72 घंटे तक चलेगा.

यह यज्ञ जपेश्वर शिव मंदिर में जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर शुरू हुआ और बिना किसी रूकावट के यह तीन दिन तक जारी रहेगा. मुख्य पुजारी ने इसकी जानकारी दी.

पुजारी ने कहा, 'महामृत्युंजय यज्ञ से प्रणब बाबू के स्वास्थ्य में निश्चित तौर पर सुधार होगा. वह किरनाहार के सपूत हैं.' मुखर्जी की बहन एवं परिवार के अन्य सदस्यों ने उनके ठीक होने के ​लिए प्रार्थना की.

पढ़ें :- प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक, बेटी ने याद किया आठ अगस्त का दिन

सोमवार को मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा था कि उनमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है और उन्होंने पिछले हफ्ते अपने संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारंटाइन में जाने और कोरोना जांच कराने का आग्रह किया था.

Last Updated : Aug 13, 2020, 4:23 PM IST
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