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अटल टनल लोकार्पण समारोह, लाहौली वाद्ययंत्रों से होगा प्रधानमंत्री का स्वागत - अटल टनल लोकार्पण

हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने बताया कि अटल रोहतांग टनल के उद्धाटन को लेकर जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के लोगों के आनंद की कोई सीमा नहीं है. दो दशक से लोग इस टनल का इंतजार कर रहे थे. अब यह सपना नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल में साकार हो रहा है. समूचे हिमाचल और खासकर लाहौल स्पीति में उत्सव का माहौल है.

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अटल टनल
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Published : Sep 28, 2020, 4:54 PM IST

शिमला : बर्फबारी के कारण छह महीने देश के शेष हिस्सों से कटे रहने वाले हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति की तस्वीर बदलने वाली है. साथ ही भारतीय सेना के लिए भी अटल टनल वरदान साबित होगी. दो दशक पहले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने जो सपना देखा था, वह नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में पूरा होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन अक्टूबर को अटल रोहतांग टनल को देश को समर्पित करेंगे.

अटल टनल के उद्घाटन को लेकर पूरे हिमाचल प्रदेश, खासकर लाहौल स्पीति में उत्सव का माहौल है. पीएम नरेंद्र मोदी के स्वागत की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. एसपीजी की टीम ने सारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और अपने तरीके से सुरक्षा प्लान बनाया है. राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी तैयारियों के बावत पीएम नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और सारी तैयारियों से अवगत कराया.

अटल टनल लोकार्पण समारोह में पीएम मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी

लाहौल में पीएम नरेंद्र मोदी का पारंपरिक तरीके से स्वागत होगा. सारा कार्यक्रम तय हो चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी के लिए खास तौर पर लाहौल के पारंपरिक व्यंजन चिलड़ा, लाल आलू की सब्जी आदि परोसी जाएगी.

जून 2000 में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी नींव
हिमाचल सरकार के तकनीकी शिक्षा मंत्री और लाहौल के विधायक डॉ. रामलाल मारकंडा के अनुसार, लाहौल-स्पीति के लोगों के आनंद की कोई सीमा नहीं है. दो दशक से लोग इस टनल का इंतजार कर रहे थे. जून 2000 में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने इस परियोजना की नींव रखी थी. अब यह सपना नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल में साकार हो रहा है. देवभूमि के लोगों में खुशी का माहौल है.

पारंपरिक परिधान में लाहौलवासी पीएम मोदी का करेंगे स्वागत
डॉ. मारकंडा ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी तीन अक्टूबर की सुबह सासे हैलीपैड पहुंचेंगे. अटल टनल के लोकार्पण के बाद सिस्सू में जनसभा होगी. पीएम मोदी सुबह सवा नौ बजे सासे हैलीपेड पहुंचेंगे. उसके बाद टनल के नार्थ पोर्टल से सिस्सू जाएंगे. यहां पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत नगाड़ों से होगा. पारंपरिक परिधान में लाहौल के पुरुष, महिलाएं व बच्चे सड़क के दोनों किनारों पर खड़े होकर पीएम मोदी का स्वागत करेंगे. सिस्सू में भी जनसभा के दौरान लाहौल के लोग पारंपरिक परिधान पहनकर शामिल होंगे.

साउथ पोर्टल में पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
सासे से लेकर साउथ पोर्टल तक जोरदार स्वागत होगा. पीएम नरेंद्र मोदी सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के साथ भी मुलाकात करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी एक घंटे से अधिक समय तक बीआरओ के अफसरों के साथ समय बिताएंगे. साउथ पोर्टल में उद्घाटन होगा. छोटी जनसभा भी होगी. उसके बाद पीएम टनल से जाएंगे. आठ किलोमीटर दूर उतरकर पीएम नरेंद्र मोदी अंडर ग्राउंड टनल का मुआयना करेंगे. फिर ओपन जिप्सी में सिस्सू जाएंगे. इसी क्रम में पीएम की वापसी भी होगी.

पहली बस नार्थ पोर्टल से जाएगी कुल्लू
बड़ी बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान एक बस सेवा का शुभारंभ करेंगे. इसके लिए चुनिंदा लोगों को बस सवारी के लिए चुना गया है. यह पहली बस नार्थ पोर्टल से कुल्लू जाएगी. बस सेवा के लिए लोगों को खास टिकट दिया गया है. पहली बस में जो लोग जाएंगे, उनका पूरा विवरण तैयार किया गया है. यह पहली बस सेवा होगी, जो वहां से चलेगी. सवारी करने वाले लोग उस टिकट को लैमीनेट करके रखेंगे. इसके लिए जनता में खासा उत्साह है.

लाहौल के लिए जीवन के नए अध्याय की शुरुआत
लाहौल की जनता के लिए यह टनल जीवन के नए अध्याय की शुरुआत की तरह है. डॉ. मारकंडा ने बताया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की गई हैं, जो लोग कोविड प्रोटोकॉल के तहत जनसभा स्थल तक नहीं आ पाएंगे, वह सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर फूल मालाओं से स्वागत करेंगे.

यह भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश : हेली टैक्सी से जुड़ेगा सिरमौर, बनेंगे 24 हेलीपैड

अटल टनल शुरू होने के बाद लाहौल-स्पीति पूरे साल भारत से जुड़ा रहेगा. सामरिक महत्व की सुरंग होने के कारण यह सेना के लिए भी वरदान है. पड़ोसी देशों से लगती सीमा पर किसी भी आपात स्थिति में सेना के वाहन रसद लेकर जा सकेंगे. सेना की मूवमेंट भी आसान हो जाएगी.

शिमला : बर्फबारी के कारण छह महीने देश के शेष हिस्सों से कटे रहने वाले हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति की तस्वीर बदलने वाली है. साथ ही भारतीय सेना के लिए भी अटल टनल वरदान साबित होगी. दो दशक पहले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने जो सपना देखा था, वह नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में पूरा होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन अक्टूबर को अटल रोहतांग टनल को देश को समर्पित करेंगे.

अटल टनल के उद्घाटन को लेकर पूरे हिमाचल प्रदेश, खासकर लाहौल स्पीति में उत्सव का माहौल है. पीएम नरेंद्र मोदी के स्वागत की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. एसपीजी की टीम ने सारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और अपने तरीके से सुरक्षा प्लान बनाया है. राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी तैयारियों के बावत पीएम नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और सारी तैयारियों से अवगत कराया.

अटल टनल लोकार्पण समारोह में पीएम मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी

लाहौल में पीएम नरेंद्र मोदी का पारंपरिक तरीके से स्वागत होगा. सारा कार्यक्रम तय हो चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी के लिए खास तौर पर लाहौल के पारंपरिक व्यंजन चिलड़ा, लाल आलू की सब्जी आदि परोसी जाएगी.

जून 2000 में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी नींव
हिमाचल सरकार के तकनीकी शिक्षा मंत्री और लाहौल के विधायक डॉ. रामलाल मारकंडा के अनुसार, लाहौल-स्पीति के लोगों के आनंद की कोई सीमा नहीं है. दो दशक से लोग इस टनल का इंतजार कर रहे थे. जून 2000 में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने इस परियोजना की नींव रखी थी. अब यह सपना नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल में साकार हो रहा है. देवभूमि के लोगों में खुशी का माहौल है.

पारंपरिक परिधान में लाहौलवासी पीएम मोदी का करेंगे स्वागत
डॉ. मारकंडा ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी तीन अक्टूबर की सुबह सासे हैलीपैड पहुंचेंगे. अटल टनल के लोकार्पण के बाद सिस्सू में जनसभा होगी. पीएम मोदी सुबह सवा नौ बजे सासे हैलीपेड पहुंचेंगे. उसके बाद टनल के नार्थ पोर्टल से सिस्सू जाएंगे. यहां पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत नगाड़ों से होगा. पारंपरिक परिधान में लाहौल के पुरुष, महिलाएं व बच्चे सड़क के दोनों किनारों पर खड़े होकर पीएम मोदी का स्वागत करेंगे. सिस्सू में भी जनसभा के दौरान लाहौल के लोग पारंपरिक परिधान पहनकर शामिल होंगे.

साउथ पोर्टल में पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
सासे से लेकर साउथ पोर्टल तक जोरदार स्वागत होगा. पीएम नरेंद्र मोदी सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के साथ भी मुलाकात करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी एक घंटे से अधिक समय तक बीआरओ के अफसरों के साथ समय बिताएंगे. साउथ पोर्टल में उद्घाटन होगा. छोटी जनसभा भी होगी. उसके बाद पीएम टनल से जाएंगे. आठ किलोमीटर दूर उतरकर पीएम नरेंद्र मोदी अंडर ग्राउंड टनल का मुआयना करेंगे. फिर ओपन जिप्सी में सिस्सू जाएंगे. इसी क्रम में पीएम की वापसी भी होगी.

पहली बस नार्थ पोर्टल से जाएगी कुल्लू
बड़ी बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान एक बस सेवा का शुभारंभ करेंगे. इसके लिए चुनिंदा लोगों को बस सवारी के लिए चुना गया है. यह पहली बस नार्थ पोर्टल से कुल्लू जाएगी. बस सेवा के लिए लोगों को खास टिकट दिया गया है. पहली बस में जो लोग जाएंगे, उनका पूरा विवरण तैयार किया गया है. यह पहली बस सेवा होगी, जो वहां से चलेगी. सवारी करने वाले लोग उस टिकट को लैमीनेट करके रखेंगे. इसके लिए जनता में खासा उत्साह है.

लाहौल के लिए जीवन के नए अध्याय की शुरुआत
लाहौल की जनता के लिए यह टनल जीवन के नए अध्याय की शुरुआत की तरह है. डॉ. मारकंडा ने बताया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की गई हैं, जो लोग कोविड प्रोटोकॉल के तहत जनसभा स्थल तक नहीं आ पाएंगे, वह सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर फूल मालाओं से स्वागत करेंगे.

यह भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश : हेली टैक्सी से जुड़ेगा सिरमौर, बनेंगे 24 हेलीपैड

अटल टनल शुरू होने के बाद लाहौल-स्पीति पूरे साल भारत से जुड़ा रहेगा. सामरिक महत्व की सुरंग होने के कारण यह सेना के लिए भी वरदान है. पड़ोसी देशों से लगती सीमा पर किसी भी आपात स्थिति में सेना के वाहन रसद लेकर जा सकेंगे. सेना की मूवमेंट भी आसान हो जाएगी.

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