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निर्भया मामले पर कांग्रेस की मांग - तत्काल लागू हो मौत की सजा - अध्ययन करने की आवश्यकता

निर्भया मामले के दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद कांग्रेस ने मौत की सजा को तत्काल लागू करने की मांग की है. इस संबंध में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस समिति की प्रमुख सुष्मिता देव से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. जानें, उन्होंने क्या कुछ कहा...

Sushmita Dev byte on nirbhya case
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस समिति की प्रमुख सुष्मिता देव
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Published : Dec 18, 2019, 4:47 PM IST

Updated : Dec 18, 2019, 6:11 PM IST

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप मामले के दोषी अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी है, इसके बाद कांग्रेस ने सभी दोषियों की मौत की सजा तत्काल लागू करने की मांग करते हुए कहा है कि सात साल का इंतजार बहुत दर्दनाक था.

ईटीवी भारत ने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस समिति की प्रमुख सुष्मिता देव से इस मसले पर खास बातचीत की. उन्होंने कहा, 'मैं समीक्षा याचिका को खारिज करने के एससी के निर्णय का स्वागत करती हूं. यह लंबे समय से था. पूरे देश को इस फैसले का बेसब्री से इंतजार था. हमें इस पर अध्ययन करने की आवश्यकता है.'

सुष्मिता देव की ईटीवी भारत से बातचीत

आपको बता दें कि दोषी अक्षय के वकील एपी सिंह ने राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर करने के लिए तीन सप्ताह का समय मांगा था. इस पर सुष्मिता ने कहा, 'हम उसे रोक तो नहीं सकते, लेकिन मुझे लगता है कि कहीं न कहीं निर्भया और उसके दोषी को न्याय देने के बीच एक संतुलन जरूर होना चाहिए.

पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका

हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट ने तिहाड़ प्राधिकरण को निर्देश दिया है कि वह एक सप्ताह के भीतर निर्भया केश के दोषियों को नए सिरे से नोटिस जारी कर पूछे कि क्या वे दया याचिका दायर करना चाहते हैं क्योंकि अगली सुनवाई सात जनवरी को होगी.

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप मामले के दोषी अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी है, इसके बाद कांग्रेस ने सभी दोषियों की मौत की सजा तत्काल लागू करने की मांग करते हुए कहा है कि सात साल का इंतजार बहुत दर्दनाक था.

ईटीवी भारत ने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस समिति की प्रमुख सुष्मिता देव से इस मसले पर खास बातचीत की. उन्होंने कहा, 'मैं समीक्षा याचिका को खारिज करने के एससी के निर्णय का स्वागत करती हूं. यह लंबे समय से था. पूरे देश को इस फैसले का बेसब्री से इंतजार था. हमें इस पर अध्ययन करने की आवश्यकता है.'

सुष्मिता देव की ईटीवी भारत से बातचीत

आपको बता दें कि दोषी अक्षय के वकील एपी सिंह ने राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर करने के लिए तीन सप्ताह का समय मांगा था. इस पर सुष्मिता ने कहा, 'हम उसे रोक तो नहीं सकते, लेकिन मुझे लगता है कि कहीं न कहीं निर्भया और उसके दोषी को न्याय देने के बीच एक संतुलन जरूर होना चाहिए.

पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका

हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट ने तिहाड़ प्राधिकरण को निर्देश दिया है कि वह एक सप्ताह के भीतर निर्भया केश के दोषियों को नए सिरे से नोटिस जारी कर पूछे कि क्या वे दया याचिका दायर करना चाहते हैं क्योंकि अगली सुनवाई सात जनवरी को होगी.

Intro:New Delhi: After the Supreme Court has dismissed the review petition of one of the death-row convicts, Akshay Kumar Singh, in the Nirbhaya gang-rape case, Congress demands immediate enforcement of the death penalty, by saying that waiting for 7 years was very "painful".


Body:While speaking to ETV Bharat, All India Mahila Congress Committee Chief, Sushmita Dev said, "I welcome SC decision to reject the review petition. It was long overdue. The entire nation was anxiously waiting for this judgement. We need to study this case to find out what are the lacunas in the criminal justice system so that such a gruesome rape and murder case should not have to wait for 7 years."

As advocate of the convict, AP Singh, sought three weeks time to file mercy petition before the President, Sushmita said, "We can't stop him but I feel that there somewhere has to be a balance between doing justice to Nirbhaya and doing justice to these accused. These advocates can invoke their rights but I think no forum can delay this decision."


Conclusion:However, the Delhi Court has directed the Tihar Authorities to issue a fresh notice for one week to Nibhaya case verdicts as ti whether they want to file a mercy petition as next hearing will be done on January 7.
Last Updated : Dec 18, 2019, 6:11 PM IST
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