अमृतसर (पंजाब) : भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच गुरुवार को 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों को अमृतसर के बाबा बकाला कोर्ट में पेश किया गया. अमृतपाल सिंह के इन सहयोगियों को 23 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. इन सात लोगों को पिछले महीने अजनाला की घटना से संबंधित एक प्राथमिकी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. जिसमें खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों ने तलवार और बंदूक लेकर एक पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था. कोर्ट ने उन्हें आज तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था.
इससे पहले, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अमृतसर जोन, सतिंदर सिंह ने कहा कि कल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. कल रात उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और प्राथमिकी में अमृतपाल सिंह मुख्य आरोपी है. उन्होंने बताया कि उनके पास से 12 बोर के छह हथियार बरामद हुए हैं. सतिंदर सिंह ने कहा कि उनके पास से बरामद सभी हथियार अवैध हैं. पिछले महीने, अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लेकर अमृतसर शहर के बाहरी इलाके अजनाला में एक पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था. ये सभी लोग अपने एक सहयोगी लवप्रीत सिंह की रिहाई के लिए पुलिस से भिड़ गए थे.
पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक अभियान शुरू किया था. पुलिस स्टेशन में पुलिस और अमृतपाल के समर्थकों की झड़प के लगभग तीन सप्ताह बाद पुलिस की कार्रवाई हुई है. जालंधर के पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल ने 18 मार्च को पुष्टि की थी कि कट्टरपंथी नेता को 'भगोड़ा' घोषित किया गया है. साथ ही, पुलिस महानिरीक्षक (IGP) मुख्यालय सुखचैन गिल ने 22 मार्च को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि इस ऑपरेशन में कुल 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
(एएनआई)