रुद्रपुर (उत्तराखंड): उत्तराखंड के गन्ना विकास एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी हीरा सिंह ने मंत्री की हत्या कराने के लिए 20 लाख की सुपारी दी थी, जिसमें से हीरा सिंह ने पांच लाख सत्तर हजार रुपए एडवांस भी दिए थे. आरोपियों से पुलिस ने दो लाख सत्तर हजार रुपए बरामद किए हैं. वहीं, पूरे मामले में डीआईजी सेंथिल अबुदई कृष्णराज डी का कहना है कि मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ की जा रही है और जल्द ही डिटेल जानकारी सामने आएगी.
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या के लिए दी गई सुपारी की रकम से दो लाख सत्तर हजार और एक कार भी बरामद हुई है. दरअसल, कोतवाली पुलिस को सौरभ बहुगुणा के प्रतिनिधि उमा शंकर द्विवेदी ने तहरीर देकर बताया था कि सितारगंज निवासी हीरा सिंह ने अपने साथी के साथ मिलकर हल्द्वानी जेल में ही कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या करने की योजना बनाई है.
मामले में कोतवाली पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर कई टीमों का गठन किया. जांच के दौरान टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी हीरा सिंह (निवासी कोटा फार्म, सितारगंज), सतनाम सिंह उर्फ सत्ता (निवासी सिरसा फार्म बहेड़ी उत्तर प्रदेश), हरभजन सिंह (निवासी सितारगंज) और मो. अजीज उर्फ गुड्डू (निवासी किच्छा) को गिरफ्तार किया. चारों के खिलाफ खिलाफ धारा 115, 120बी, 121ए और 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी अजीज उर्फ गुड्डू के पास से सुपारी की रकम से 2.70 लाख रुपए बरामद किए हैं.
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अवैध खनन और चोरी में जेल भिजवाने का था शक: कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड हीरा सिंह पर सिडकुल क्षेत्र में सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में मुकदमा हुआ था. पुलिस ने हीरा सिंह को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से 13 अप्रैल को उसे हल्द्वानी जेल भेज दिया गया था. पुलिस पूछताछ में हीरा सिंह ने बताया कि उसे शक था कि उसके मिट्टी का कारोबार और गेहूं चोरी के मामले में उसे जेल भिजवाने के पीछे सौरभ बहुगुणा का हाथ है. जिसके बाद उसने ठान ली थी कि वो कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को नुकसान पहुंचाकर ही दम लेगा.
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हल्द्वानी जेल में एक बैरक में बंद थे हीरा और सतनाम: जेल में रहने के दौरान हीरा की मुलाकात एनडीपीएस एक्ट में बंद 21 अक्टूबर 2021 से जेल में बंद सतनाम सिंह उर्फ सत्ता से हुई. सूत्रों के मुताबिक, दोनों आरोपी एक ही बैरक में रह रहे थे. जहां पर हीरा सिंह ने सतनाम के साथ मिल कर हत्या की साजिश रची.
ब्याज पर पैसे लेकर दी 20 लाख की सुपारी: जमानत पर छूटने के बाद प्लान के अनुसार, हीरा सिंह ने सतनाम के कहे मुताबिक उसके परिचित सितारगंज निवासी हरभजन सिंह से मुलाकात की. हरभजन ने हीरा सिंह को किच्छा निवासी तांत्रिक मो. अजीज उर्फ गुड्डू से मिलवाया. उसने इन दोनों को सौरभ बहुगुणा की हत्या के लिए 20 लाख की सुपारी दी थी. 20 लाख में से 5 लाख 70 हजार की रकम बदमाशों को एडवांस दी गई थी, जिसमें से हीरा सिंह ने चार लाख रुपए ब्याज पर लिए थे.
मंत्री के घर की हुई थी रेकी: आरोपी ने मंत्री सौरभ बहुगुणा के आवास की रेकी भी की थी. हीरा सिंह तीन दिन पहले ही एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के आवास पर पहुंचा था जहां उसने मंत्री से रोजगार के मुद्दे पर बात की थी. मंत्री ने हीरा के अपने आवास पर आने की पुष्टि की है. सौरभ बहुगुणा का कहना है कि ये मामला केवल खनन व्यवसाय से जुड़ा नहीं है, इसमें किसी बड़ी राजनीतिक साजिश को भी वो वजह मान रहे हैं.
करीबियों को हुआ शक: इस बीच बहुगुणा के कुछ करीबी लोगों को संदिग्ध गतिविधियों को लेकर संदेह हुआ. उन्होंने इसकी पड़ताल की तो उन्हें मंत्री के खिलाफ हत्या की साजिश रचे जाने की भनक लगी. फिर जब मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र सितारगंज के दौरे पर थे तब उन्हें उनकी हत्या की साजिश रचे जाने की जानकारी दी गई. इसके बाद शनिवार को पुलिस तक मामला पहुंचा.
उधर, सौरभ बहुगुणा के देहरादून स्थित सरकारी आवास पर सोमवार सुबह से ही पुलिस के अधिकारी डटे रहे. बताया जा रहा है कि जल्द ही उनकी सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है. फिलहाल सौरभ को कैबिनेट मंत्री होने के नाते वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है, जबकि अब उन्हें वाई प्लस की सुरक्षा दी जा सकती है.