ये क्या बोल गए मुनव्वर राना, 'तालिबान से ज्यादा क्रूर हिंदुस्तान में मौजूद'
🎬 Watch Now: Feature Video
तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान में तख्तापलट किया हो, लेकिन सियासी उठापठक हिंदुस्तान में तेज हो गई. सियासी बयानबाजियों के साथ ही अब गैर सियासी लोग भी इस दंगल में कूद गए हैं. शायर मुनव्वर राना ने भी इस मामले पर बयान देकर हलचल मचा दी है. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए मुनव्वर राना ने कहा कि तालिबान से ज्यादा क्रूर लोग हिंदुस्तान में भी मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि वह तालिबान का समर्थन नहीं करते है, लेकिन हिंदुस्तान को वेट एन्ड वॉच स्थिति अपनाते हुए अभी सब्र करना चाहिए. मुनव्वर राना ने कहा कि अफगानिस्तान के हिंदुस्तान से हजारों बरस के सम्बंध है. औरंगजेब के जमाने में अफगानिस्तान भी हिंदुस्तान में हुआ करता था. इसलिए अफगानिस्तान वालों की हिंदुस्तान वालों से एक जहनी मोहब्बत है. उन्होंने कहा कि तालिबान भी अफगानिस्तान का हिस्सा है और तालिबानी हिंदुस्तान से मोहब्बत करते हैं. उन्होंने कभी हिंदुस्तान को धोखा नहीं दिया. मुनव्वर राना ने कहा कि मौजूदा सूरत ए हाल को देखते हुए अभी भारत को वेट और वॉच करना चाहिए न कि शेर आया शेर आया करके डराना चाहिए. मशहूर शायर मुनव्वर राना ने कहा कि क्रूर लोग तो हर जगह होते हैं. उन्होंने कहा कि यह क्रूरता ही है जिसकी वजह से हिंदुस्तान में आज भी पांच करोड़ लोग भूखे सोते हैं. सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बयान पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जैसे नौकरी के लिए आयु सीमा है वैसे ही सियासत करने के लिए भी आयु निर्धारित होनी चाहिए. बर्क का समर्थन करते हुए राना ने कहा कि उनकी उम्र 91 वर्ष हो गई है, अगर उन्होंने जज्बात में आकर कुछ बोल दिया तो उस पर इतना हंगमा और करवाई नहीं करनी चाहिए.