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जरा सी सावधानी के साथ मधुमेह रोगी भी उठा सकते हैं त्योहार का मजा - Food habit during festive season

दिवाली का मौका होता है, मौज मस्ती और खाने पीने का. लेकिन कई बार इस दौरान खाने-पीने में होने वाली लापरवाही के चलते त्योहारों के उपरांत लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. त्योहारी उपलक्ष में मधुमेह के रोगियों के लिए पेश है कुछ विशेष टिप्स, इसका पालन कर बीमारी की चिंता किए बगैर आप त्यौहार का आनंद उठा सकते हैं.

Diabetic patients should also enjoy the festival
मधुमेह रोगी भी उठाएं त्योहार का मजा
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Published : Nov 16, 2020, 5:58 PM IST

Updated : Nov 17, 2020, 10:31 AM IST

दिवाली का मौका होता हैं, खाने-पीने और मिलने जुलने का. दोस्त रिश्तेदार आपस में मिलते हैं, देर सवेर पार्टियों का दौर रहता है. लेकिन इन देर सवेर की पार्टियों और समय बेसमय के त्योहारी खाने का दुष्प्रभाव उन लोगों के शरीर पर ज्यादा पड़ता है, जो पहले से किसी ना किसी शारीरिक समस्या से जूझ रहे होते हैं. त्योहार के समय खानपान में लापरवाही के कारण डायबिटीज के रोगियों की मश्किलें बढ़ जाती हैं. त्योहारों की इस सीजन पर आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स, जिन्हें अपनाकर आप पूरे उत्साह के साथ दिवाली का आनंद उठा पाएंगे, वह भी बगैर बीमारी की चिंता किये.

दिवाली के माहौल में कैसे रहे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित

जानकार बताते हैं कि दीवाली के उपरांत बड़ी संख्या में लोगों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. पिछले कुछ साल के आंकड़े देखें, तो त्योहारों के मौसम में 250 मिलीग्राम/डीएल से ऊपर के स्तर वाले लोगों के ब्लड शुगर के स्तर में लगभग 15 प्रतिशत वृद्धि, जबकि 300 मिलीग्राम/डीएल से ऊपर वाले लोगों में 18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. इस दिवाली पर मधुमेह रोगी खानपान पर हल्का सा नियंत्रण रखकर अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं और साथ ही त्यौहार को भी उतने ही उत्साह और खुशी के साथ मना सकते हैं.

  • थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार खाएं

मधुमेह के मरीज यदि एक साथ ढेर सारा भोजन करने के बजाय थोड़े अंतराल पर छोटे-छोटे मील ग्रहण करें, तो अपने ब्लड शुगर लेवल पर नियंत्रण रख सकते हैं. ऐसा करने से रोगियों के रक्त में शर्करा का स्तर सामान्य रहेगा तथा शरीर को पूरे पोषक तत्व भी मिलेंगे.

  • फास्ट फूड की बजाए पौष्टिक स्नैक्स खाएं

हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि कोविड-19 के चलते वैसे ही इस बार दिवाली पर रिश्तेदारों से मिलना जुलना कम होगा. लेकिन फिर भी त्योहार की चहल-पहल और उमंग में खाने-पीने के साथ समझौता ना करें. जहां तक संभव हो सके फास्ट फूड से परहेज करें और तले भुने और मसालेदार भोजन से दूरी बनाकर रखें. साथ ही बिस्कुट, समोसे, कचोरी तथा पकौड़े जैसे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें. फास्ट फूड के बजाए फल तथा हल्के-फुल्के रोस्टेड स्नैक्स का सेवन करें.

  • शराब तथा अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से बचें

दिवाली के त्योहार के अवसर पर ज्यादातर दोस्तों तथा रिश्तेदारों से मिलकर खुशी जाहिर करने के लिए लोग शराब का सेवन करते हैं. अल्कोहल आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है. इसीलिए जहां तक संभव हो शराब या अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से बचें तथा अपने रक्त में शर्करा के लेवल को नियंत्रित रखने का प्रयास करें.

  • कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें

त्यौहार पर कोल्ड ड्रिंक के सेवन से भी बचना चाहिए. कोल्ड ड्रिंक्स की बजाय नारियल पानी या ग्रीन टी को प्राथमिकता देना चाहिए.

  • ब्राउन राइस खाएं

ज्यादातर लोग व्हाइट राइस खाना ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन मधुमेह के मरीजों को सफेद चावल खाने से बचना चाहिए. दरअसल, सफेद चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है. इसलिए सफेद चावल की बजाय ब्राउन राइस या होल ग्रेन का सेवन करना चाहिए.

दिवाली का मौका होता हैं, खाने-पीने और मिलने जुलने का. दोस्त रिश्तेदार आपस में मिलते हैं, देर सवेर पार्टियों का दौर रहता है. लेकिन इन देर सवेर की पार्टियों और समय बेसमय के त्योहारी खाने का दुष्प्रभाव उन लोगों के शरीर पर ज्यादा पड़ता है, जो पहले से किसी ना किसी शारीरिक समस्या से जूझ रहे होते हैं. त्योहार के समय खानपान में लापरवाही के कारण डायबिटीज के रोगियों की मश्किलें बढ़ जाती हैं. त्योहारों की इस सीजन पर आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स, जिन्हें अपनाकर आप पूरे उत्साह के साथ दिवाली का आनंद उठा पाएंगे, वह भी बगैर बीमारी की चिंता किये.

दिवाली के माहौल में कैसे रहे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित

जानकार बताते हैं कि दीवाली के उपरांत बड़ी संख्या में लोगों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. पिछले कुछ साल के आंकड़े देखें, तो त्योहारों के मौसम में 250 मिलीग्राम/डीएल से ऊपर के स्तर वाले लोगों के ब्लड शुगर के स्तर में लगभग 15 प्रतिशत वृद्धि, जबकि 300 मिलीग्राम/डीएल से ऊपर वाले लोगों में 18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. इस दिवाली पर मधुमेह रोगी खानपान पर हल्का सा नियंत्रण रखकर अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं और साथ ही त्यौहार को भी उतने ही उत्साह और खुशी के साथ मना सकते हैं.

  • थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार खाएं

मधुमेह के मरीज यदि एक साथ ढेर सारा भोजन करने के बजाय थोड़े अंतराल पर छोटे-छोटे मील ग्रहण करें, तो अपने ब्लड शुगर लेवल पर नियंत्रण रख सकते हैं. ऐसा करने से रोगियों के रक्त में शर्करा का स्तर सामान्य रहेगा तथा शरीर को पूरे पोषक तत्व भी मिलेंगे.

  • फास्ट फूड की बजाए पौष्टिक स्नैक्स खाएं

हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि कोविड-19 के चलते वैसे ही इस बार दिवाली पर रिश्तेदारों से मिलना जुलना कम होगा. लेकिन फिर भी त्योहार की चहल-पहल और उमंग में खाने-पीने के साथ समझौता ना करें. जहां तक संभव हो सके फास्ट फूड से परहेज करें और तले भुने और मसालेदार भोजन से दूरी बनाकर रखें. साथ ही बिस्कुट, समोसे, कचोरी तथा पकौड़े जैसे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें. फास्ट फूड के बजाए फल तथा हल्के-फुल्के रोस्टेड स्नैक्स का सेवन करें.

  • शराब तथा अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से बचें

दिवाली के त्योहार के अवसर पर ज्यादातर दोस्तों तथा रिश्तेदारों से मिलकर खुशी जाहिर करने के लिए लोग शराब का सेवन करते हैं. अल्कोहल आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है. इसीलिए जहां तक संभव हो शराब या अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से बचें तथा अपने रक्त में शर्करा के लेवल को नियंत्रित रखने का प्रयास करें.

  • कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें

त्यौहार पर कोल्ड ड्रिंक के सेवन से भी बचना चाहिए. कोल्ड ड्रिंक्स की बजाय नारियल पानी या ग्रीन टी को प्राथमिकता देना चाहिए.

  • ब्राउन राइस खाएं

ज्यादातर लोग व्हाइट राइस खाना ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन मधुमेह के मरीजों को सफेद चावल खाने से बचना चाहिए. दरअसल, सफेद चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है. इसलिए सफेद चावल की बजाय ब्राउन राइस या होल ग्रेन का सेवन करना चाहिए.

Last Updated : Nov 17, 2020, 10:31 AM IST
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