वाराणसी: सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाली काशी हिंदू विश्वविद्यालय के शताब्दी भवन में गुरुवार को युवा धर्म संसद का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी मौजूद रहें. वहीं कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि जिस तरह आज की युवा पीढ़ी अपने धर्म से विमुख हो रही है और उन्हें धर्म के प्रति कैसे आकर्षित किया जाए. सेवाज्ञ संस्थान के बैनर तले कार्यक्रम में लगभग 600 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.
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युवा धर्म संसद का किया गया आयोजन
युवा धर्म संसद में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया. प्रोफेसरों ने भी युवाओं को धर्म की तरफ आकर्षित करने के लिए व्याख्यान दिए. प्रोफेसरों ने अपने व्याख्यान में कहा कि आज से 125 वर्ष पूर्व स्वामी विवेकानंद ने शिकागो सर्व धर्म सम्मेलन में सनातन धर्म की बात रखी थी. उसी की तर्ज पर आज जिस तरह युवा सोशल मीडिया और भटकाव की तरफ बढ़ है उन्हें अपनी तरफ और अपने धर्म की तरफ आकर्षित करने के लिए हमने यह आयोजन किया. छात्र-छात्राओं ने भी धर्म संसद में अपनी बातों को रखकर प्रश्न पूछे. देश के कोने-कोने से आए विद्वानों ने 3 सत्र में चलने वाले इस व्याख्यान में छात्रों के प्रश्नों का उत्तर दिया.
मीडिया से बातचीत करते हुए ब्रह्मचारी वागीश स्वरूप ने बताया कि
एक सेवाग्य संस्थान है जो युवाओं के बीच में काम करता है. विवेकानन्द कन्याकुमारी जो केंद्र है उसके द्वारा ये कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. यह कार्यक्रम शिकागो के भाषण को देखते हुए किया जा रहा है. जिसकी 126 वीं वर्षगांठ पर किया जा रहा है. जिस तरह स्वामी जी ने अपने भाषण के अंदर अपनी संस्कृति सर्वोपरि घोषित किया था और प्रमाणित किया था ऐसे ही आज युवा दिशाहीन जो महसूस होते हैं, उनको पूर्ण जागृत करने के लिए वर्तमान धर्म में युवाओं का क्या रोल होना चाहिए इस विषय के ऊपर चर्चा की गई है.