वाराणसी: योग का जिंदगी में विशेष महत्व है. योग करने से आदमी स्वस्थ और सबल होता है. विश्व योगा दिवस की सफलता ने योग को पूरी दुनिया में फैला दिया है. यही वजह है कि शनिवार को वाराणसी में योगा मिशन की तरफ से काशी योगा फेस्टिवल का आयोजन किया गया. दो दिवसीय इस आयोजन के क्रम में आज पहले दिन गंगा तट पर बटुकों ने योग के अद्भुत तरीके पेश किए, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया.
दरअसल, विदेशी मूल की साध्वी दिव्या प्रभा लंबे वक्त से काशी में रह रहीं हैं. कोविड-19 के दौर में उन्होंने लोगों के प्रभाव से लोगों को जीवन जीने और जीवन सुरक्षित रखने का तरीका ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए सिखाया. इसके बाद योग के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए ऑनलाइन योगा फेस्टिवल का आयोजन, जो कि वह बीते 3 सालों से करती आ रही हैं. इसी कड़ी में आज राजेंद्र प्रसाद घाट पर योगा फेस्टिवल के जरिए लोगों को योग का प्रभाव और योग की महत्ता बताने का काम किया जा रहा है.
यहां पर संस्कृत पढ़ने वाले बटुक एक से बढ़कर एक तरीके से योग के महत्व को लोगों तक पहुंचा रहे हैं. जीवन में कैसे बैलेंस हो और शरीर कैसे स्वस्थ रहें. इन सभी तरीकों के जरिए योगा का महत्व बताने का कार्य किया जा रहा है. 2 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में अलग-अलग तरह से योग के जरिए जीवन को सुधारने और स्वस्थ रहने की कला के बारे में बताया जाएगा, जिसमें बटुक उर कई योग गुरु भी शामिल होंगे.
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