वाराणसी: जनपद समेत चंदौली व भदोही के 29 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (AYUSH Health and Wellness Center) पर जल्द ही 'योग की पाठशाला' (Yog Ki Pathshala) शुरू करने की तैयारी है. यहां स्वस्थ जीवन के जरूरी टिप्स तो दिए ही जाएंगे, योग के जरिए रोगों का उपचार भी किया जाएगा. इसके लिए केंद्रों पर योग गुरुओं की तैनाती भी शुरू कर दी गयी है. इनमें महिला योगाचार्य भी शामिल हैं.
प्रदेश सरकार की तरफ से लोगों को सेहतमंद बनाने के लिए चिकित्सा के साथ ही योग के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है. आयुष मिशन के तहत वाराणसी समेत प्रदेश के सभी जिलों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले गए हैं. इसी क्रम में वाराणसी में आठ, भदोही में 10 और चंदौली में 11 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले गए हैं.
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक व यूनानी अधिकारी डॉ. भावना द्विवेदी के मुताबिक आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना का मुख्य उद्देश्य लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है. इसके अलावा संतुलित खान-पान के साथ स्वस्थ जीवनशैली की मदद से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर लोगों को रोगों से बचाना भी इन केंद्रों की स्थापना का एक प्रमुख उद्देश्य है. बताया कि सभी आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर एक पुरुष और एक महिला योग शिक्षक तैनात होंगे.
आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर योग गुरुओं की तैनाती शुरू
वाराणसी के सभी आठ केंद्रों के लिए 16 योग शिक्षकों का चयन किया गया है. भदोही में सात व चंदौली में छह योग शिक्षक चयनित किए गए हैं. शेष पदों पर योग गुरुओं की चयन प्रक्रिया जारी है. जल्द ही उनकी तैनाती कर दी जाएगी.
यहां चलेंगी योग की निःशुल्क पाठशाला
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक व यूनानी अधिकारी डॉ. भावना द्विवेदी ने बताया कि वाराणसी के आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर रामनगर, आयर, पलहीपट्टी, सिंधोरा, मंगारी, भाद्रासी, कठिरावं व रामेश्वर में चलेंगे.
चंदौली के आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर गहिला, भुजना, सदलपुरा, केशवपुर, पचोखर, सिकन्दरपुर, मारूखपुर, शहाबगंज, मझगांवा, बबुरी, सरैयाबसाढी व भदोही के आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मोढ़, चौरी, वरवा, पल्ल्हिया, महराजगंज, खमहरिया, सुनेचा, सुधवा, सुरियावां व पाली में चलाए जाएंगे.
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महिलाओं के लिए होगा लाभकारी
डॉ. भावना द्विवेदी ने बताया कि आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर महिलाओं के लिए लाभकारी होगा. खासतौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए. इन केंद्रों पर आने वाली गर्भवती महिलाओं को योगासन सिखाने के साथ ही उन्हें स्वस्थ खान-पान और जीवन शैली के बारे में भी समझाया जाएगा ताकि वह स्वयं स्वस्थ रहें और स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकें.
बताया कि आवश्यकतानुसार संबंधित दवाएं भी निःशुल्क दी जाएंगी. महिलाओं को योग प्रशिक्षण लेने में कोई परेशानी न हो, इसके मद्देनजर ही सभी केंद्रों पर एक महिला योग शिक्षिका की तैनाती की गयी है.
योग के साथ पंचकर्म की भी उपलब्ध होगी सुविधा
डॉ. भावना द्विवेदी ने बताया कि योग और ध्यान, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने में सहायक है. वहीं पंचकर्म समस्त शारीरिक विकारों को दूर करता है. इसे ध्यान में रखते हुए सभी केंद्रों पर पंचकर्म की भी निःशुल्क व्यवस्था की गयी है. इसके जरिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी. इसके साथ ही यदि उसे कोई शारीरिक विकार है तो उसे पंचकर्म के जरिए दूर किया जा सकेगा.
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