मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद में 7 फरवरी को तेज रफ्तार कार ने स्कूल से घर लौट रही 6 छात्राओं को रौंद दिया था. इस मामले में चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं पांचवा आरोपी जो एक दरोगा का बेटा है अभी भी फरार है. एसएसपी कि चेतवानी के बाद चौथे युवक को गिरफ्तार किया गया है. वही इस मामले में तीन युवक पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं. हादसे में घायल हुई सभी छात्राओं की 12वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा चल रही है. जिसमें से दो छात्राएं एम्बुलेंस से परीक्षा देने पहुंची थी. दो में से एक छात्रा अभी भी आइसीयू में भर्ती हैं. साथ ही एक छात्रा कि दिल्ली के एक अस्पताल में नाक की सर्जरी हुई है. 2 छात्राओं को गंभीर चोट होने कि वजह से परीक्षा देने नहीं पहुंच सकी.
बता दें कि बीते 7 फरवरी को रील बनाने के लिए कार से जाते 5 युवकों ने सड़क पर खड़ी 6 छात्राओं को कार से टक्कर मार दी थी. कार कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सभी छात्राएं हवा में उड़कर सड़क पर गिर गयी थी. जिसके बाद राहगीरों कि आनन फानन में सभी को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां तीन छात्राओं कि हालत गंभीर होने कि वजह से हायर सेंटर रेफर कर दिया था. टक्कर लगने के बाद एक युवक शगुन जो कार चला रहा था उसको मौके से पकड़ लिया था. बांकी दो लक्ष्य और उदय को अगले दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
इसी मामले में रेलवे के ठेकेदार और पीलीभीत में तैनात दरोगा अमरीश का बेटा फरार चल रहा था. 10 दिन में यश और दिव्यांशु कि गिरफ्तारी नहीं होने पर मुरादाबाद एसएसपी ने सिविल लाइन इंस्पेक्टर मनीष सक्सेना को चेतावनी दी थी यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो सख्त कार्रवाई कि जाएगी. जिसके बाद इंस्पेक्टर मनीष ने रेलवे ठेकेदार के बेटे यश को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन दरोगा का बेटा अभी भी पुलिस कि गिरफ्त से बाहर है. कयास लगाए जा रहे हैं कि दरोगा अपने बेटे कि गिरफ्तारी को रोकने के लिए हाईकोर्ट से स्टे लाने के लिए भाग दौड़ कर रहे हैं.
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