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वाराणसी: एक्स-रे शीट से बनाया फेस स्क्रीन कवर, लागत महज 60 रुपये - कोरोना वायरस

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक एक्सरे टेक्नीशियन ने मेड इन इंडिया के माध्यम से फेस स्क्रीन कवर बनाया गया है. जिसका इस्तेमाल कर कई प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर, टेक्नीशियन और पैरामेडिकल स्टाफ खुद को कोरोना से सुरक्षित रखने का काम कर रहे हैं.

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एक्सरे टेक्नीशियन ने बनाई फेस स्क्रीन.
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Published : Apr 23, 2020, 7:39 PM IST

वाराणसी: जिले में वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ाई में पुलिस, सफाईकर्मियों, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टॉफ काफी अहम भूमिका निभा रहे हैं. खास बात यह है कि इस विषम परिस्थितियों में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो हौसलों के साथ साथ मेक इन इंडिया के सपने को भी साकार करते हुए नजर आ रहे हैं. इस क्रम में आगे बढ़ते हुए मवइया सारनाथ के उदय सिंह ने मात्र 60 रुपये में पुरानी और नई एक्सरे फिल्मों से स्किल इंडिया, मेड इन इंडिया का सपना साकार करते हुए फेस स्क्रीन कवर बनाया है, जिसका इस्तेमाल कई प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर टेक्नीशियन और पैरामेडिकल स्टाफ कर रहे हैं.

एक्सरे टेक्नीशियन ने बनाया फेस स्क्रीन कवर.

एक्सरे टेक्नीशियन ने बनाई फेस स्क्रीन
एक्सरे टेक्नीशियन उदय सिंह ने बताया कि मैंने अपने रूम में पड़े पुराने और नए एक्स-रे सीट का इस्तेमाल कर उसमें एक चश्मा फिट कर फेस कवर को तैयार किया, जो काफी कारगर सिद्ध हुआ. जुगाड़ से तयार हुआ यह कवर मेडिकल स्टाफ के लिए बहुत अच्छा है, जिसकी कीमत भी मात्र 60 रुपये हैं, जो आम आदमी के बजट में भी है.


टेक्नीशियन आदित्य ने पीएम मोदी की इस बात को मानते हुए कि हमें कम संसाधनों में ये जंग जीतनी है, इसको दिमाग में रखकर हमने इसे बनाने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि एक्स-रे करते समय एक दिन मुझे खुद के असुरक्षित होने का एहसास हुआ क्योंकि मुझे एक्स-रे के लिए पेशेंट के काफी नजदीक जाना पड़ता है. फेस पर मास्क और सिर पर भले ही कवर रहता हो लेकिन तेज खांसी या छींक आने पर उसके ड्रॉपलेट्स निश्चित मेरे आंखों और चेहरे पर पहुंच सकते हैं. अगर इसको बनाया जाए तो कुल लागत मुश्किल से 60 से 70 रुपये आएगी.

इसे आप भी अपने जुगाड़ से घर पर ही तैयार कर सकते हैं. इसके लिए एक प्लेन एक्स-रे वाली सीट की जरूरत होगी. एक्स-रे फिल्म को रात भर पानी में भिगा दें और सुबह हाथों से साफ कर पूरा धो लीजिए. आंखों के पास से नाप लेकर हल्का सा काट दें, चश्मा उसमें डालकर दूसरा कट कर दे और फिर चश्मे को फिट कर लें.
उदय सिंह, एक्सरे टेक्नीशियन

वाराणसी: जिले में वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ाई में पुलिस, सफाईकर्मियों, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टॉफ काफी अहम भूमिका निभा रहे हैं. खास बात यह है कि इस विषम परिस्थितियों में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो हौसलों के साथ साथ मेक इन इंडिया के सपने को भी साकार करते हुए नजर आ रहे हैं. इस क्रम में आगे बढ़ते हुए मवइया सारनाथ के उदय सिंह ने मात्र 60 रुपये में पुरानी और नई एक्सरे फिल्मों से स्किल इंडिया, मेड इन इंडिया का सपना साकार करते हुए फेस स्क्रीन कवर बनाया है, जिसका इस्तेमाल कई प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर टेक्नीशियन और पैरामेडिकल स्टाफ कर रहे हैं.

एक्सरे टेक्नीशियन ने बनाया फेस स्क्रीन कवर.

एक्सरे टेक्नीशियन ने बनाई फेस स्क्रीन
एक्सरे टेक्नीशियन उदय सिंह ने बताया कि मैंने अपने रूम में पड़े पुराने और नए एक्स-रे सीट का इस्तेमाल कर उसमें एक चश्मा फिट कर फेस कवर को तैयार किया, जो काफी कारगर सिद्ध हुआ. जुगाड़ से तयार हुआ यह कवर मेडिकल स्टाफ के लिए बहुत अच्छा है, जिसकी कीमत भी मात्र 60 रुपये हैं, जो आम आदमी के बजट में भी है.


टेक्नीशियन आदित्य ने पीएम मोदी की इस बात को मानते हुए कि हमें कम संसाधनों में ये जंग जीतनी है, इसको दिमाग में रखकर हमने इसे बनाने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि एक्स-रे करते समय एक दिन मुझे खुद के असुरक्षित होने का एहसास हुआ क्योंकि मुझे एक्स-रे के लिए पेशेंट के काफी नजदीक जाना पड़ता है. फेस पर मास्क और सिर पर भले ही कवर रहता हो लेकिन तेज खांसी या छींक आने पर उसके ड्रॉपलेट्स निश्चित मेरे आंखों और चेहरे पर पहुंच सकते हैं. अगर इसको बनाया जाए तो कुल लागत मुश्किल से 60 से 70 रुपये आएगी.

इसे आप भी अपने जुगाड़ से घर पर ही तैयार कर सकते हैं. इसके लिए एक प्लेन एक्स-रे वाली सीट की जरूरत होगी. एक्स-रे फिल्म को रात भर पानी में भिगा दें और सुबह हाथों से साफ कर पूरा धो लीजिए. आंखों के पास से नाप लेकर हल्का सा काट दें, चश्मा उसमें डालकर दूसरा कट कर दे और फिर चश्मे को फिट कर लें.
उदय सिंह, एक्सरे टेक्नीशियन

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