वाराणसीः स्टाम्प और न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने महाप्रबंधक उत्तर रेलवे आशुतोष गंगल, डीआरएम लखनऊ डिवीजन संजय त्रिपाठी, डीएम कौशलराज शर्मा और रेलवे के कई अफसरों ने मंथन किया. कैंट रेलवे स्टेशन के सभाकक्ष में रेलवे और प्रदेश सरकार के सहयोग से चल रही साझा परियोजनाओं की समस्याओं को दूर करने पर विचार-विमर्श किया गया.
'जन सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता'
जन सुविधाओं को लेकर राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने रेलवे के क्षेत्र में काफी विकास किया है. वाराणसी और उसके आस-पास रेलवे के तहत चलने वाले विकास के कामों की समीक्षा की गयी है. उन्होंने सुझाव दिया कि स्टेशन की दीवारों पर यहां के साहित्कार और कवियों के दोहे लिखे जाने चाहिए, ताकि बाहर से आने वाले लोग यहां की संस्कृति को जान-पहचान सकें. वाराणसी के मशहूर खान-पान के भी स्टॉल यहां लगाने चाहिए. मंत्री ने रेलवे के अफसरों को निर्देश दिया कि जन सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखकर बेहतर तालमेल के साथ काम करें.
'रेलवे को सहयोग करेगा जिला प्रशासन'
डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि आगे चलकर कुछ ओवरब्रिज और बनेंगे. अंध्रा पुल के पास रेलवे की रिटेनिंग वॉल को थोड़ा पीछे कर मार्ग को चौड़ा करने पर पुनर्विचार करने हेतु रेलवे ने सहमति जताई है. जल भराव की समस्या, ड्रेनेज बनाने और मनरेगा से संबंधित धनराशि रेलवे को दी गई है. रेलवे के कामों की प्रगति पर चर्चा की गयी. उन्होंने कहा कि रेलवे को जिला प्रशासन पूरी तरह से सहयोग करेगा. जिन समस्याओं को दिल्ली में उठाया जाना है, उस पर भी विचार किया जायेगा.