ETV Bharat / state

मर्दानी बनकर मनचलों को सबक सिखा रही महिला पुलिस, जानिए अब तक कितनों पर कसा शिकंजा - women helpline

बनारस में महिला सुरक्षा को लेकर महिला पुलिसकर्मी जबरदस्त तरीके से मोर्चा ले रही है. मिशन शक्ति के विशेष अभियान में 187 शोहदों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

Etv Bharat
मनचलों को सिखा रही सबक महिला पुलिस
author img

By

Published : Aug 15, 2023, 10:13 PM IST

वाराणसी: 'खूब लड़ी मर्दानी' इन लाइनों को सुनकर हर किसी के मन में आज की बेटियों को मर्दानी बनाकर किसी भी बुरे व्यक्ति से दो-दो हाथ करने की इच्छा मन में जरूर आती है. हर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनकी बेटियां इतनी सशक्त हो कि हर स्थिति से निपट सके. बात जब महिला पुलिस कर्मियों की आती है तो निश्चित तौर पर इन्हें वह तमाम ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे यह अपराधियों से दो-दो हाथ करने के लिए मजबूत हो जाती है. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में महिला सुरक्षा को लेकर महिला पुलिसकर्मी जबरदस्त तरीके से मोर्चा ले रही है. सरकार की महत्वकांक्षी योजना मिशन शक्ति से महिलाओं को सिर्फ सुरक्षा नहीं बल्कि आजादी भी मिल रही है. यही वजह है कि 21 जुलाई से शुरू हुए मिशन शक्ति के विशेष अभियान में 187 शोहदों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. जिसमें सादी वर्दी में मौजूद महिला पुलिसकर्मी लीड रोल में रहीं हैं.

योगी सरकार की मिशन शक्ति योजना मनचलों पर शिकंजा कस रही है. जिससे महिलाओं को घर से निकलने की स्वतंत्रता मिल रही है. महिलाएं भयमुक्त होकर सिर्फ घरों से बाहर नहीं निकल रही हैं, बल्कि स्कूल कॉलेज और अपने नौकरियों पर भी बेझिझक जा रही हैं.

इसे भी पढ़े-शहीद अशफाकउल्ला और राम प्रसाद बिस्मिल की दोस्ती थी मिशाल, आज भी खाई जाती हैं इनके नाम पर कसमें

एडिशनल सीपी महिला सुरक्षा ममता रानी ने बताया कि 21 जुलाई से शुरू हुए इस अभियान के तहत छेड़खानी करने वाले 187 लोगों को चिह्नित किया गया है. जिसमे से 117 लोगों को चेतावनी और काउंसलिंग, 12 से अधिक लोगों पर एफआईआर, 41 लोगों को विभिन्न धारा में पाबंद किया गया. साथ ही 10 लोगों के खिलाफ 34 पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.

एडिशनल सीपी के मुताबिक सादे वेश में 178 महिला बीट अधिकारी और 89 पुरुष बीट अधिकारी वाराणसी में महिला सुरक्षा के लिए गोपनीय तरीके से लगे हुए हैं. महिला और पुरुष पुलिसकर्मी सार्वजनिक स्थलों पर सादे और वर्दी में भी ड्यूटी दे रहे हैं, जिससे महिलाओं में सुरक्षित होने की भावना उत्पन्न हो और वे आत्मनिर्भर होकर स्वावलम्बन की नई कहानी लिख सकें. इसके अलावा स्कूलों, कॉलेजों में भी महिला अधिकारी बच्चियों को अपने अधिकार के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें बेझिझक महिला हेल्पलाइन की मदद के लिए भी तैयार कर रही हैं.

यह भी पढ़े-भगवा झंडा लेकर बजरंग दल AMU के गेट पर पहुंचा, लगाए जय श्रीराम के नारे, बवाल होने से बचा

वाराणसी: 'खूब लड़ी मर्दानी' इन लाइनों को सुनकर हर किसी के मन में आज की बेटियों को मर्दानी बनाकर किसी भी बुरे व्यक्ति से दो-दो हाथ करने की इच्छा मन में जरूर आती है. हर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनकी बेटियां इतनी सशक्त हो कि हर स्थिति से निपट सके. बात जब महिला पुलिस कर्मियों की आती है तो निश्चित तौर पर इन्हें वह तमाम ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे यह अपराधियों से दो-दो हाथ करने के लिए मजबूत हो जाती है. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में महिला सुरक्षा को लेकर महिला पुलिसकर्मी जबरदस्त तरीके से मोर्चा ले रही है. सरकार की महत्वकांक्षी योजना मिशन शक्ति से महिलाओं को सिर्फ सुरक्षा नहीं बल्कि आजादी भी मिल रही है. यही वजह है कि 21 जुलाई से शुरू हुए मिशन शक्ति के विशेष अभियान में 187 शोहदों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. जिसमें सादी वर्दी में मौजूद महिला पुलिसकर्मी लीड रोल में रहीं हैं.

योगी सरकार की मिशन शक्ति योजना मनचलों पर शिकंजा कस रही है. जिससे महिलाओं को घर से निकलने की स्वतंत्रता मिल रही है. महिलाएं भयमुक्त होकर सिर्फ घरों से बाहर नहीं निकल रही हैं, बल्कि स्कूल कॉलेज और अपने नौकरियों पर भी बेझिझक जा रही हैं.

इसे भी पढ़े-शहीद अशफाकउल्ला और राम प्रसाद बिस्मिल की दोस्ती थी मिशाल, आज भी खाई जाती हैं इनके नाम पर कसमें

एडिशनल सीपी महिला सुरक्षा ममता रानी ने बताया कि 21 जुलाई से शुरू हुए इस अभियान के तहत छेड़खानी करने वाले 187 लोगों को चिह्नित किया गया है. जिसमे से 117 लोगों को चेतावनी और काउंसलिंग, 12 से अधिक लोगों पर एफआईआर, 41 लोगों को विभिन्न धारा में पाबंद किया गया. साथ ही 10 लोगों के खिलाफ 34 पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.

एडिशनल सीपी के मुताबिक सादे वेश में 178 महिला बीट अधिकारी और 89 पुरुष बीट अधिकारी वाराणसी में महिला सुरक्षा के लिए गोपनीय तरीके से लगे हुए हैं. महिला और पुरुष पुलिसकर्मी सार्वजनिक स्थलों पर सादे और वर्दी में भी ड्यूटी दे रहे हैं, जिससे महिलाओं में सुरक्षित होने की भावना उत्पन्न हो और वे आत्मनिर्भर होकर स्वावलम्बन की नई कहानी लिख सकें. इसके अलावा स्कूलों, कॉलेजों में भी महिला अधिकारी बच्चियों को अपने अधिकार के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें बेझिझक महिला हेल्पलाइन की मदद के लिए भी तैयार कर रही हैं.

यह भी पढ़े-भगवा झंडा लेकर बजरंग दल AMU के गेट पर पहुंचा, लगाए जय श्रीराम के नारे, बवाल होने से बचा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.